Indore Navratri Garba: नवरात्रि चल रही है और हर ओर गरबों की धूम मची है। गुजरात से शुरू हुआ गरबा अब पैन इंडिया इवेंट बन चुका है। ऐसे में जहां गरबों का जश्न है तो वहीं एक डर भी। वो डर है लव जिहाद का डर। बीते सालों में ऐसे कई मामले सामने आए जहां गरबों से हिंदू लड़किया गैर मजहब के युवकों के साथ फरार हो गई। ऐसे भी कई मामले सामने आए जहां पहचान छिपाकर पहुंचे गैर मजहब के युवक पकड़े गए।
ऐसे में इस बार हिंदू संगठन ज्यादा सक्रिय है। और लव जिहाद को लेकर लगातार अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में Indore में 35 साल पुराना गरबा इवेंट रद्द कर दिया गया क्योंकि इसके आयोजन समिति में मुस्लिम शामिल था। सवाल उठता है कि क्या वाकई गरबा इवेंट्स में लव जिहाद का डर सही है। इस मुद्दे पर चर्चा होगी लेकिन पहले ये रिपोर्ट देखिए
गरबा इवेंट्स में लव जिहाद के मामलों को लेकर हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। और ऐसे हर (Indore) इवेंट्स को रोक रहे हैं जिनमें गैर-हिंदू शामिल हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के इंदौर में 35 साल पुराना गरबा इवेंट रद्द कर दिया गया। क्योंकि बजरंग दल ने इसका जमकर विरोध किया। हिंदू संगठनों का आरोप है कि
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हालांकि इस गरबा आयोजन समिति में बाकी सदस्य हिंदू हैं लेकिन हिन्दू संगठनों को किसी भी ऐसे आयोजन में मुस्लिमों की भूमिका मंजूर नहीं। वैसे भी बीते कुछ सालों में गरबा इवेंट के दौरान ऐसी काफी घटनाएं सामने आई है जिसकी वजह से सवाल उठते रहे हैं कि क्या वाकई गरबा इवेंट को लव जिहाद के मंच के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे लेकर उठते सवालों के बीच अब मुस्लिम समाज के लोग भी अपने बीच ये अपील कर रहे हैं कि मुस्लिम समाज के लोग गरबे से दूर रहें। सुनिए सपा नेता एसटी हसन को।
हिंदुस्तान विविधताओं का देश है और (Indore) यहां सभी चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम दोनों ही एक दूसरे के जश्न में शरीक होते हैं लेकिन चंद लोगों की वजह से अब धार्मिक मान्यताओं में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हिंदू संगठनों का विरोध सही है या गलत ये अपनी जगह है। लेकिन अगर कोई आपको धोखे से थूक लगाकर रोटी खिला रहा है। या फिर पहचान छिपाकर आपसे दोस्ती कर रहा है तो फिर सावधान रहना जरूरी है। गरबे को लेकर ये सावधानी भी इसीलिए जरुरी है।
न्यूज़ वन इंडिया के सवाल
– गरबा इवेंट्स में लव जिहाद के मामले क्यों सामने आते हैं?
– गरबे में पहचान छिपाकर जाने का क्या मकसद है?
– क्या गरबा इवेंट्स को लव जिहाद के मंच की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश होती है?
– सतर्क रहने में गलत क्या, पहचान छिपाने की वजह क्या?
– अगर जाना ही चाहते हैं तो असली पहचान जाहिर करके गरबे में जाने से दिक्कत क्यों?
– गलती चंद लोगों की भले है, मगर क्या इससे एक पूरी कौम की बदनामी नहीं हो रही?
– मुस्लिम समाज के जागरूक लोगों ने भी अपील की है कि गरबे में ना जाएं मुस्लिम युवक, ये नौबत कैसे आई?