Wednesday, November 19, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home राजस्थान

Rajasthan : कौन है वह मां जिसके सपने अधूरे रहे, पर उसने अपने बच्चों के ज़रीए भरी ऊंची उड़ान

कमलेश मीणा की खुद की पढ़ाई अधूरी रही, लेकिन उन्होंने अपने सात में से पांच बच्चों को जज बनाकर मिसाल कायम की। उनका संघर्ष हर उस मां को प्रेरणा देता है जो अपने बच्चों के लिए सपने देखती है।

SYED BUSHRA by SYED BUSHRA
May 21, 2025
in राजस्थान
Inspiring story of Kamlesh Meena from Alwar Rajasthan
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Inspiring Story of Kamlesh Meena :अलवर (राजस्थान) की रहने वाली कमलेश मीणा की जिंदगी एक मिसाल है। खुद की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर इतना काबिल बनाया कि आज उनमें से पांच बच्चे देश की न्यायिक सेवा में हैं। ये कहानी उन लाखों माताओं की है, जो खुद तो शिक्षा से वंचित रहीं, लेकिन अपने बच्चों की ज़िंदगी संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

कम उम्र में शादी

कमलेश मीणा की शादी बहुत कम उम्र में हो गई थी। वे आठवीं कक्षा तक ही पढ़ पाईं, उसके बाद पढ़ाई का मौका नहीं मिला। मगर उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने तय कर लिया था कि उनके बच्चों को पढ़ाई में किसी तरह की कमी नहीं होने देंगी।पति भागीरथ मीणा पहले से सरकारी नौकरी में थे, लेकिन बच्चों की पढ़ाई और परवरिश का बड़ा ज़िम्मा कमलेश ने खुद उठाया। घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ उन्होंने बच्चों को सही दिशा दी और पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।

RELATED POSTS

No Content Available

सात बच्चों में से पांच बने जज

आज कमलेश के सात बच्चों में से

पांच न्यायिक अधिकारी हैं,

एक बेटी बैंक सेक्टर में है

और सबसे छोटा बेटा लॉ की पढ़ाई कर रहा है।

बेटी सुमन मीणा धौलपुर में, मोहिनी मीणा दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में, कामाक्षी सांगानेर कोर्ट में और मीनाक्षी मीणा कड़कड़डूमा कोर्ट में जज के तौर पर कार्यरत हैं।
बेटा निधिश मीणा दिल्ली में सीनियर जज की पोस्ट पर हैं।

मां के शब्दों में छुपी थी सीख

कमलेश हमेशा अपने बच्चों से कहती थीं। “ज़िंदगी एक बार मिलती है, इसे इज्जत से जियो या पछतावे के साथ।”
उन्होंने कभी भी बेटा-बेटी में फर्क नहीं किया। बेटियों को भी उतनी ही आज़ादी और हौसला दिया जितना बेटों को। इसी सोच का नतीजा है कि उनके सभी बच्चे आज समाज में ऊंचा मुकाम हासिल कर चुके हैं।

हर मां के लिए एक सीख

कमलेश मीणा की कहानी सिर्फ उनके परिवार की नहीं है, बल्कि ये हर उस महिला की प्रेरणा है जो खुद पढ़ नहीं पाई लेकिन अपने बच्चों को शिक्षित करने का सपना देखती है।

कमलेश ने दिखा दिया कि अगर इरादा मजबूत हो तो हालात कैसे भी हों, सफलता जरूर मिलती है।

Tags: Inspiring MotherWomenEmpowerment
Share196Tweet123Share49
SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Related Posts

No Content Available
Next Post
Golden Dome

ट्रंप की नई ढाल बना 'Golden Dome' , जानिए जानिए क्या है मिसाइल हमलों से सुरक्षा की ये अनोखी रणनीति!

दिल्ली में घर खरीदने का सुनहरा मौका ! जानिये क्या है DDA की नई स्कीम और किन जगहों पर मिलेंगे फ्लैट

दिल्ली में घर खरीदने का सुनहरा मौका ! जानिये क्या है DDA की नई स्कीम और किन जगहों पर मिलेंगे फ्लैट

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version