Jal Mahal:A Floating Dream in Water : राजस्थान की राजधानी जयपुर को ‘गुलाबी नगरी’ कहा जाता है, लेकिन यहां के बीचों-बीच बना जल महल इस शहर को और भी खास बनाता है। मान सागर झील के बीच स्थित यह महल अपने अनोखे डिज़ाइन, सुंदरता और इतिहास की वजह से हर किसी का ध्यान खींचता है। आइए जानते हैं जल महल से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें, जो इसे बाकी महलों से अलग बनाती हैं।
झील के बीच बना अद्भुत महल
जल महल का सबसे बड़ा आकर्षण यही है कि ये झील के बीचों-बीच बना है। बारिश के मौसम में जब झील भर जाती है, तो इसकी चार मंजिलें पानी में छिप जाती हैं और सिर्फ सबसे ऊपर की मंजिल दिखाई देती है। देखने में ऐसा लगता है जैसे महल पानी में तैर रहा हो।
सिर्फ घूमने और आराम करने के लिए
इस महल को किसी राजा या रानी के रहने के लिए नहीं बनाया गया था। इसे खास तौर पर गर्मियों में शाही परिवार के आराम और झील में नौका विहार के लिए बनवाया गया था। महल के अंदर ना तो रसोई है और ना ही सोने के कमरे।
राजा माधो सिंह ने करवाया निर्माण
जल महल को 18वीं सदी में आमेर के राजा माधो सिंह प्रथम ने बनवाया था। बाद में उनके बेटे माधो सिंह द्वितीय ने इसे और खूबसूरत बनवाया। इसका इस्तेमाल वे शिकार के बाद आराम के लिए करते थे।
राजपूत और मुगल कला का मेल
इस महल में राजपूत और मुगल दोनों शैलियों की झलक मिलती है। ऊपर की गोल छतरियाँ राजस्थानी शैली की हैं, जबकि झरोखे, मेहराबें और खंभों में मुगल कला दिखाई देती है।
चार मंजिलें जल के नीचे
इसकी सबसे खास बात यह है कि इसकी पाँच मंजिलें हैं, जिनमें से चार हमेशा पानी में रहती हैं। सिर्फ ऊपर की एक मंज़िल ही दिखाई देती है। यह जलरहित निर्माण तकनीक की कमाल की मिसाल है।
कृत्रिम झील, प्राकृतिक नहीं
मान सागर झील को 1596 में पड़े सूखे के बाद जल जमा करने के लिए बनाया गया था। बाद में इसी झील के बीचों-बीच जल महल खड़ा किया गया, जिसने इसकी सुंदरता को और बढ़ा दिया।
पर्यावरण बचाने की मिसाल
2000 के बाद झील और महल की हालत बिगड़ गई थी। फिर सरकार और निजी कंपनियों ने मिलकर इसे साफ और सुंदर बनाया। अब यह एक सफल पर्यावरण प्रोजेक्ट माना जाता है।
ईको सिस्टम भी बना
जल महल के पास एक खास जैविक वातावरण बनाया गया है, जहां पक्षियों, मछलियों और जलीय पौधों को सुरक्षित रखा गया है। अब यह जगह सिर्फ घूमने के लिए ही नहीं, बल्कि प्रकृति के संतुलन का प्रतीक भी बन गई है।
अंदर जाना मना, बाहर से है जन्नत जैसा
अभी जल महल के अंदर आम लोगों को जाने की इजाज़त नहीं है, लेकिन बाहर से यह दिन में झील के पानी पर सुनहरा दिखाई देता है और रात में रोशनी में चमकता है।
फोटो खींचने वालों की पसंदीदा जगह
जयपुर आने वाला हर सैलानी यहां जरूर आता है। जल महल का शांत माहौल और पानी में उसकी परछाई इसे फोटो और वीडियो शूट के लिए बेहतरीन जगह बनाती है।