PM Kisan Nidhi Scam in Pali:राजस्थान के पाली जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां के कुछ गांवों में हजारों फर्जी खाते बनाए गए और उनके जरिए योजना के पैसे निकाल लिए गए। चौंकाने वाली बात यह है कि ये फर्जी खाते मुस्लिम लोगों के नाम पर खोले गए, जबकि जिन गांवों में ये खाते दिखाए गए, वहां असल में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता। इन गांवों में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं।
किन राज्यों के लोगों के नाम पर बने खाते?
जांच में यह बात सामने आई कि जिन फर्जी खातों में किसान निधि के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, वो नाम उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले लोगों के हैं। इसमें से ज़्यादातर लोग मुस्लिम समुदाय से जुड़े हुए हैं।
कितने फर्जी खाते मिले?
पाली जिले के देसूरी गांव में 20 हजार फर्जी खाते, रानी गांव में 9,004 और मारवाड़ जंक्शन इलाके में 62 फर्जी खाते पकड़े गए। यह फर्जीवाड़ा कोई नया मामला नहीं है, बल्कि यह काम साल 2020 में किया गया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उस समय इस घोटाले की न तो एफआईआर दर्ज हुई और न ही कोई सख्त कार्रवाई हुई। हालांकि, उस वक्त अधिकारियों को जब गड़बड़ी का पता चला तो उन्होंने फर्जी खातों में पैसे जाना रोक दिया था, लेकिन घोटाले को पूरी तरह उजागर नहीं किया गया था।
90% नाम मुस्लिमों के निकले
जांच एजेंसियों ने जब खातों की पूरी जानकारी निकाली, तो पता चला कि करीब 90 प्रतिशत फर्जी खाते मुस्लिम नामों से बनाए गए थे। इन सभी फर्जी खातों का पंजीकरण और स्वीकृति एक ही समय पर सरकारी पोर्टल पर की गई थी।
अब दर्ज हुआ केस
अब जब यह मामला दोबारा चर्चा में आया तो पुलिस ने इस पूरे घोटाले पर केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और संबंधित लोगों की जिम्मेदारी तय की जा रही है।
कब हुआ था घोटाला?
यह घोटाला साल 2020 में हुआ था, लेकिन अफसरों ने इसे दबा दिया था। अगर सही समय पर कार्रवाई होती तो सरकार को करोड़ों का नुकसान होने से बचाया जा सकता था।