Strange Traditions : अगर आप कभी जापान की गलियों में घूमे हों या वहां की स्ट्रीट वीडियो देखी हो, तो आपने देखा होगा कि लोग अपने घरों के सामने, बगीचों, दीवारों या फूलों के पास पारदर्शी प्लास्टिक की पानी की बोतलें रखते हैं। पहली नज़र में लगता है जैसे किसी ने बोतलें भूल से छोड़ दी हों, लेकिन असल में इसके पीछे एक पुरानी आदत छुपी होती है।
“Nekoyoke” बिल्लियों को भगाने की तरकीब
जापान में इन बोतलों को “Nekoyoke” कहा जाता है, जिसका मतलब होता है “बिल्ली को दूर रखने वाला उपाय”। लोग मानते हैं कि ये बोतलें आवारा बिल्लियों को अपने घर या बगीचे में आने से रोकती हैं। ये बात सुनने में थोड़ी अजीब ज़रूर लगती है, लेकिन जापान में यह चलन कई सालों से चला आ रहा है।
कहां से आई ये आदत?
इस परंपरा की शुरुआत असल में 1980 के दशक में यूरोप और अमेरिका में हुई थी। उस वक्त लोग अपने लॉन से कुत्तों को दूर रखने के लिए पानी से भरी बोतलें रखते थे। फिर यह तरीका जापान पहुंचा, जहां कुत्ते कम लेकिन बिल्लियां ज्यादा थीं। इसलिए वहां इस उपाय को बिल्लियों के लिए आज़माया जाने लगा।
कैसे डरती हैं बिल्लियां इन बोतलों से?
इस परंपरा को लेकर कई बातें कही जाती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सूरज या स्ट्रीट लाइट की रोशनी जब बोतलों से टकराती है तो उसमें से चमक निकलती है, जिससे बिल्लियां डर जाती हैं। कुछ लोग कहते हैं कि बोतल में अपनी ही परछाई देखकर बिल्लियां घबरा जाती हैं। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि बोतलें बिल्लियों की गहराई पहचानने की क्षमता को भ्रमित कर देती हैं।
जब असर तय नहीं, तो चलन क्यों जारी है?
वैज्ञानिक रूप से अब तक ये साबित नहीं हुआ है कि ये बोतलें सच में बिल्लियों को भगाती हैं। फिर भी जापान में लोग अब भी इन्हें रखते हैं। अब ये सिर्फ एक ट्रिक नहीं रही, बल्कि लोगों की आदत और संस्कृति का हिस्सा बन चुकी है। कई लोग सोचते हैं, “क्या पता काम कर जाए,” और कुछ तो बस परंपरा निभाने के लिए ऐसा करते हैं।