उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन का संकट अभी टला नहीं था कि देश के एक और राज्य से ऐसी ही डराने वाली तस्वीर सामने आने लगी हैं। दरअसल देश का ताज और धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के कुछ इलाकों के घरों में दरारें देखने को मिल रही हैं। डोडा जिले के नई बस्ती गांव में घरों में दरारें आने की वजह से 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि डोडा जिले के ठठरी इलाके के नई बस्ती गांव में जमीन धंसने से कई घरों में दरारें आनी शुरू हो गईं हैं। वहीं हाल ही में हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन से स्थिति और गंभीर हो गई है।
भूवैज्ञानिकों ने बताया भूस्खलन का कारण
वहीं डोडा के एसएसपी अब्दुल कयूम ने बताया कि अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा चुका है। कयूम ने बताया कि भूवैज्ञानिकों और इंजीनियरों की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। साइट पर चट्टानों का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों की माने तो वहां की जमीन इमारतों का भार सहन नहीं कर सकती। इलाके में नए और पुराने दोनों तरह के ढांचे बनाए गए हैं।

पीड़ितों ने की मदद की अपील
पीड़ित अब्दुल फारूक ने प्रशासन से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की अपील की है। फारूक ने कहा है कि भूस्खलन के कारण कुछ घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। एक मस्जिद भी इसकी चपेट में आ गई है। हालांकि अधिकारियों ने डोडा की तुलना उत्तराखंड के जोशीमठ के साथ करने से इनकार कर दिया। दरअसल जोशीमठ ने एक बड़ी चुनौती फेश की। बड़ी संख्या में लोगों को उनके घरों में दरारें आने के बाद स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया।