Women’s Day 2025: हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मकसद महिलाओं के अधिकारों, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसी को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार भी महिलाओं के कल्याण और विकास के लिए कई योजनाएँ चला रही है। इन योजनाओं का मकसद महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से मजबूत बनाना है। आइए जानते हैं, सरकार महिलाओं के लिए कौन-कौन सी योजनाएँ चला रही है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना 2015 में शुरू की गई थी। इसका मकसद लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना और कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है। यह योजना समाज में महिलाओं के अधिकारों को मजबूत करने के साथ-साथ उनके उज्जवल भविष्य की राह भी तैयार करती है। सरकार इसके जरिए जागरूकता बढ़ाने, लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस सिलेंडर दिया जाता है। इसकी शुरुआत 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से हुई थी। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना है। इसके तहत, सरकार महिलाओं को धुएं से होने वाली बीमारियों से बचाने और खाना बनाने की प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए काम कर रही है।
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के उज्जवल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक बचत योजना के रूप में शुरू की गई थी। इसे 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लॉन्च किया गया था। इसके तहत माता-पिता अपनी बेटी के नाम से बैंक या डाकघर में खाता खोल सकते हैं और उसमें बचत कर सकते हैं। यह योजना लड़कियों की शिक्षा और शादी के लिए वित्तीय सहायता देने में मदद करती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई थी। यह 1 जनवरी 2017 को लागू हुई थी। इसके तहत, पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को 5,000 रुपये की सहायता दी जाती है, जो तीन किश्तों में मिलती है।
पहली किश्त 1,000 रुपये गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में रजिस्ट्रेशन कराने पर।
दूसरी किश्त 2,000 रुपये प्रसव पूर्व जांच पूरी होने पर।
तीसरी किश्त 2,000 रुपये बच्चे के जन्म के बाद पहली टीकाकरण प्रक्रिया पूरी होने पर।