World Environment Day: आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं’।
आधुनिक देश संसाधनों का दोहन कर रहे हैं- पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा, “भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब क्लाइमेट चेंज में भारत की भूमिका न के बराबर है। विश्व के बड़े आधुनिक देश न केवल धरती के ज्यादा से ज्यादा संसाधनों का दोहन कर रहे हैं, बल्कि सबसे ज्यादा कार्बन एमिशन उन्हीं के खाते में जाता है। इस साल के बजट में हमने तय किया था कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर बनाएंगे। इन सबसे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा।”
उन्होंने कहा, “हमारी कई सरकारी योजनाएं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हैं- स्वच्छ भारत मिशन हो, नमामि गंगे, या वन सन-वन ग्रिड हो।”
Soil Health Card देने का अभियान चलाया- पीएम
विज्ञान भवन में विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौके पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पहले किसानों को मिट्टी की सेहत के बारे में जानकारी नहीं थी। इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को Soil Health Card देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया।”
जल संरक्षण से जुड़ रहा देश- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, “हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं। इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है। इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है।”
हमें पांच बातों पर फोकस करने की जरुरत- पीएम
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया।
- पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं,
- दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं, जिन्हें तकनीकी भाषा में आप लोग Soil Organic Matter कहते हैं, उन्हें कैसे बचाएं,
- तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं,
- चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें,
पांचवा- वनों का दायरा कम होने से मिट्टी
(BY: VANSHIKA SINGH)