नई दिल्ली। भारत की मेजबानी में हो रहे दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आज पहला दिन है. पहले दिन की बैठक दो सत्रों में रखी गई है. पहले सत्र का नाम ‘One earth’ और दूसरे सत्र का नाम ‘One family’रखा गया है. इसके बाद शाम 7 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विदेश मेहमानों के लिए डिनर की मेजबानी करेंगी. भारतीय दृष्टिकोण से जी-20 का शिखर सम्मेलन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
भारत के लिए जी-20 का शिखर सम्मेलन बहुत ही महत्वपूर्ण है.
ये देश को सुपर पावर बनाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है.
इसके अलावा देश को तीसरी अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी.
भारत का कद ग्लोबल साउथ में और भी बड़ा होगा.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को मजबूत देशों का समर्थन मिलेगा.
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के खिलाफ देश का पक्ष मजबूत होगा.
अफ्रीकी संघ को मिली ग्रुप में जगह
वैश्विक ग्रुप जी-20 में 19 देश और यूरोपिय संघ शामिल है. लेकिन भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में हो रहे दो दिवसिय शिखर सम्मेलन में एक बड़ा फैसला लेते हुए, जी-20 अंतर्राष्टर्ट्रीय ग्रुप में अफ्रीकी संघ को भी स्थायी सदस्यता दिलाई गई है. अब प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि जी-20 को अब जी-21 कहा जाएगा.
जी-20 के सदस्य देश
जी-20 में ये देश शामिल हैं – ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका. इसके अलावा यूरोपिय संघ और इस बार भारत की मेजबानी में अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्यता दिलाई गई है.