पंजाब में हांथ और कमल पर चली झाड़ू, आपसी फूट बन सकती है कांग्रेस की विदाई की वजह

चंडीगढ़: पंजाब की 117 सीटों पर आए एग्जिट पोल ने पंजाब की सियासत में अलग सा ही रंग घोल दिया है। उसकी खास वजह है कि पंजाब की जनता के दिलों पर राज करने वाली कांग्रेस पार्टी इन पूर्वानुमान में बिलकुल खस्ता हाल में दिखाई दे रही है। एग्जिट पोल के नतीजों की माने तो आप को 74 से 88 के करीब सीटें मिलती नजर आ रही हैं। ये आंकड़ा जीत की जादुई गिनती को पार कर रहा है।

इस बार कमल और हाथ पर झाड़ू चलती दिखाई दे रही है लेकिन ये अभी एग्जिट पोल हैं। राजनीतिक पंडितों की माने तो आप का उदय और कांग्रेस की पराजय के पीछे पार्टी की आपसी फूट ही वजह है। कैप्टन अमरिंदर सिंह का पार्टी से बागी होना और पंजाब कांग्रेस में विशेष ओहदा रखने वाले पूर्व क्रिकेटर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के समय-समय पर अपनी ही पार्टी के खिलाफ तीखे बयान देने के साथ साथ मौजूदा मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोधी सुर में बात करना भी शायद कांग्रेस पार्टी के लिए गले की फांस बनता दिखाई दे रहा है।

चुनावी सभा में दिखी तकरार

प्रियंका गांधी की अगुआई वाली न्यू कांग्रेस में जान फूंकने के लिए एक चुनावी सभा में जब नवजोत सिंह सिद्धू को मंच से पार्टी के पक्ष में चुनावी भाषण देने को बोला गया तो उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया । हालाँकि मोदी समर्थकों की माने तो मोदी की सुरक्षा में हुयी चूक भी कांग्रेस की हार का कारण हो सकती है ।

एनडीए की फूट भी आम आदमी पार्टी के लिए मददगार दिख रही है क्योंकि कृषि विधेयक के विरोध को लेकर अकाली दल और बीजेपी आपस में टकराती दिखीं थीं । मतभेद इतना बढ़ गया कि मोदी सरकार में मंत्री रहीं हरसिमरत कौर ने इस मुद्दे पर इस्तीफ़ा तक दे डाला था।

निशांत दीक्षित

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