भारत में भी अब लिव इन का चलन शुरु हो गया है। पहले महिलाऐं रिश्ता निभाने की जद्दोजहत में लगी रहती थी। फिर चाहे वो रिश्ता जैसा भी हो, पति कैसा भी हो, परिवार कैसा भी हो। उसको निभाने के लिए खुद को झोक देती थी, अगर कोई परेशानी हो तो वो फिर भी अपने हक के लिए नहीं लड़ती थी। केवल चुप रहकर सारे जुर्म-अत्याचार सहती रहती थी।
ये आज की नारी है, जिन्हें खुद पर हो रहे जुर्म के खिलाफ़ आवाज़ उठाना और खुद के लिए सटेंड लेना आता है। अब हम बात करते है ‘लिव इन रिलेशनशिप’ की। आज के दौर में ये आम सी हो गई है। जिस तरफ नज़र जाती है वहां 100% में से 10% लोग तो लिव इन रिलेशनशिप वाले मिल ही जाएगें। ये कहना गलत नहीं होगा कि आज कोई भी अनचाहे रिश्ते में बंध कर नहीं रहता, चाहे वो पुरुष हो या नारी।
परिवार ने कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
पहले तो सिर्फ मेट्रो सिटी में ही सहमति संबंध (लिव इन रिलेशनशिप) के मामले सुनने में आते थे, लेकिन अब छोटे शहरों के गांवों में भी यह मामले सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि पति के नशे का आदी होना और मारपीट करना, घर चलाने का खर्चा ना देना इन सब बातों की वजह से महिलाएं ऐसा कदम उठा रही हैं। परिवार में अपनी बात को मान ना मिलने पर आसपास अपनी बात रखने के लिए महिलाएं कोई साथी ढूंढती हैं।
जब नजदीकियां बढ़ती हैं और जिस मान की तलाश में होती है वो तलाश खत्म होने पर तो घर से भागने जैसा बड़ा कदम भी उठा लेती हैं। तब पीछे पलट कर नहीं देखती कि उनके बच्चे भी है, फिर उनको किसी की भी परवाह नहीं रहती हैं। महिला का परिवार गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाता है। वहीं जब महिला मिल जाती है, उससे पति के साथ जाने के लिए पुछा जाता है तो वह पति के साथ जाने के बजाय नए साथी के साथ सहमति संबंध में रहने की इच्छाएं जता रही हैं।
पति के साथ जाने से किया इंकार
बता दें कि महिला का पति उसके साथ मारपीट करता था। वहीं नशे का आदी भी था। महिला को खर्चा भी नहीं देता था। तो उसने सारी बात उस शक्स को बताई जो उसका सहारा बना और महिला ने उसके लिए घर छोड़ने जैसा बड़ा कदम उठाया। अपने छोटे-छोटे बच्चों की तरफ तक नहीं देखा। जब पति ने गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज करवाई तो एक महिने बाद पत्नी किसी और के साथ मिली। केस सखी सेंटर में आया तो महिला ने पति के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया। अब अपने नए साथी के साथ रहना चाहती है। वहीं महिला को अब शेल्टर होम भेज दिया गया है।
आज के दौर में सहमति संबंध के मामले बहुत बढ़ गए है। यह चिंता का विषय बन गया है कि महिलाए अपने पति के बजाए किसी अन्य के साथ रहने की इच्छा जता रही हैं।