वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने 13 सितंबर को घोषणा की थी कि फॉक्सकॉन के साथ कंपनी का नया सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात में स्थापित हो रहा है। जिसकी कीमत उन्होंने 1.54 लाख करोड़ रुपये बताई थी है। वहीं इसी बीच अग्रवाल ने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ सेमीकंडक्टर्स के तैयार होने से वस्तुओं की कीमतों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आयात के दौरान लगने वाली लागत कम होने के कारण चीजों की कीमतें आधी या उसके आसपास हो सकती है।
1 लाख के लैपटॉप की कीमत 40 हजार
वहीं अनिल अग्रवाल ने 14 सितंबर को बताया कि आज एक लैपटॉप की कीमत 1 लाख रुपये है। लेकिन ग्लास और सेमीकंडक्टर चिप भारत में उपलब्ध हो जाने के बाद इसकी कीमत 40,000 रुपये या उससे कम हो सकती हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस प्लांट के स्थापित हो जाने से वर्तमान में ताइवान और कोरिया में बनने वाले ग्लास का निर्माण जल्द ही भारत में भी किया जाएगा।
1.54 लाख करोड़ के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
अनिल अग्रवाल ने बताया कि देश की इंडस्ट्री की क्षमताओं को को देखते हुए वेदांत के सेंटरों को महाराष्ट्र में भी आगे बढ़ाया जाएगा। जिसमें मोबाइल फोन लैपटॉप और यहां तक कि इलेक्ट्रिक वाहन जैसे उत्पादों के लिए टारगेट होगा।
जानकारी के अनुसार वेदांता और फॉक्सकॉन ने 12 सितंबर को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में 1.54 लाख करोड़ रुपये के नए संयंत्र के लिए गुजरात सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद वेदांता के शेयरों में करीब 3.4 फीसदी की तेजी आई। अग्रवाल गुजरात की संयुक्त उद्यम इकाई के अंतिम उत्पादों को बाजार में उतारने से पहले दो साल की समयावधि पर विचार कर रहे हैं।