Ancient Heritage Sites of UP: उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत को संजोने और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण योजना लेकर आई है। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के आठ जिलों की दस प्राचीन धरोहरों को पीपीपी मॉडल (PPP model) के तहत आधुनिक और लग्जरी हेरिटेज होटल में बदलने का निर्देश दिया गया है। इस योजना से न केवल स्थानीय पर्यटन में इजाफा होगा, बल्कि इन ऐतिहासिक इमारतों की सुरक्षा और पुनरूत्थान भी सुनिश्चित होगा।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक डॉ. कल्याण सिंह के अनुसार, इन धरोहरों को हेरिटेज पर्यटन इकाइयों के रूप में विकसित किया जाएगा। डिजाइन को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में आधुनिक सुविधाएं जैसे हाईटेक कमरे, बैंक्वेट हॉल, एक्टिविटी सेंटर, रिज़ॉर्ट, म्यूजियम, रेस्टोरेंट, बुटीक शॉप्स और ग्रैंड हॉल शामिल होंगे। यह कदम इन धरोहरों को नई पहचान और आधुनिक युग की मांग के अनुसार ढालने की दिशा में एक सफल प्रयास होगा।
उत्तर प्रदेश की 10 धरोहरें जो होटल में परिवर्तित होंगी:
लखनऊ का आलमबाग पैलेस
कैसरबाग स्थित छतर मंजिल
कोठी दर्शन विलास
कोठी गुलिस्ता-ए-इरम
रोशन-उद-दौला
कानपुर की टिकैट बारादरी
ललितपुर का बलबेहट किला
बांदा का रंगार्ट किला व भूरागार्ट किला
गोंडा का वजीरगंज बारादरी
महोबा का मस्तानी महल व सनपति कुलपहाड़
इसके अलावा झांसी का टहरौली किला और मथुरा का कोटवान किला भी इस परियोजना का हिस्सा हैं।
ये सभी धरोहरें न केवल अपनी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्ता के चलते महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उनकी खूबसूरती, वास्तुकला और ऐतिहासिक कहानियां पर्यटकों को आकर्षित करने में सहायक होंगी।
प्रदेश सरकार ने इस योजना से रोजगार के नए अवसर पैदा होने और पर्यटन क्षेत्र के विकास की उम्मीद जताई है। पीपीपी मॉडल के तहत देशभर की बड़ी कंपनियां इन धरोहरों में निवेश करेंगी, जिससे इन स्थानों की देखभाल और प्रबंधन भी बेहतर होगा।


