गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान को लेकर आज चुनाव आयोग ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव होगा। चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत चुनाव होगा। नामांकन तक वोटर जुड़ सकेंगे। चुनाव के दौरान सीमाएं सील होंगी। फेक न्यूज और अफवाहों पर ध्यान न दें। वहीं, इस बार हिमाचल प्रदेश में कुल 55 लाख मतदाता वोट डालेंगे।
चुनाव आयोग ने कहा कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग, विकलांग या कोविड संक्रमित, जो वोट देना चाहते हैं और वह लोग पोलिंग बूथ तक नहीं आ सकते हैं। ऐसे मतदाताओं के लिए आयोग घर जाकर मतदान करने की सुविधा देगा। चुनाव आयोग ने ये प्रेस कॉन्फ्रेंस गुरुवार को विज्ञान भवन में दोपहर तीन बजे शुरू की है। चुनाव आयोग ने भी अपने बयान में कहा था कि बर्फबारी को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश में चुनाव का आयोजन कराया जाएगा।
दरअसल, सितंबर में चुनाव आयोग का दल गुजरात और हिमाचल प्रदेश के दौरे पर गया था। तब से अंदाजा लगाया जा रहा था कि दीपावली के आसपास दोनों राज्यों में होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। इस समय दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है। वहीं, दोनों ही राज्यों में साल के अंत में चुनाव होने है।
गुजरात में कुल 182 सीटें है। इनमें 40 सीटें आरक्षित है। जिसमें 13 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए और 27 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए रिजर्व हैं। वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो भाजपा के हक में 99 सीटें मिली थीं, तो वहीं कांग्रेस के खाते में 77 सीटें आई थी। दो सीटें भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) और एक सीट एनसीपी को मिली थी और बाकी तीन सीटों में निर्दलीय जीते थे।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें है। 2017 में इतनी ही सीटों पर चुनाव हुए थे। तब राज्य की 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। जबकि, तीन सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी। तो वहीं, राज्य में 48 विधानसभा सीटें सामान्य वर्ग के लिए थी। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने हक में 44, तो कांग्रेस ने अपने खाते में 21 और अन्य ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी।