उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के थाना क्षेत्र खोड़ा के दीपक विहार इलाके में सड़क पर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। उसकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर व्यापक रुप से प्रसारित होने के बाद पुलिस तुरंत जांच में जुट गई। बता दें कि नमाज पढ़ने की यह तस्वीर वरिष्ठ पत्रकार अनुराग चढ्ढा ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है, जिसके बाद नमाज पढ़ने को लेकर हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने आपत्ति जताई और ट्वीट के माध्यम से पुलिस को जानकारी मिली थी। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद इमाम और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अब गाजियाबाद पुलिस सड़क पर नामाज पढ़ने वालों की पहचान कर कार्रवाई की बात कर रही है. वहीं विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री विकास मिश्रा ने कहा कि मैंने खुद भी एक नामाज का वीडियों ट्वीट किया था। यहां पर एक 50 गज की मस्जिद है। इसे पहले इन्होंने महरसे के रुप में शुरू किया था। और अब इसे मस्जिद बना दिया है। बता दें कि इसपर पहले भी विवाद हुआ था। इससे ज्यादा निर्माण कार्य कहीं हो नहीं पा रहा है। वहीं उन्होंने आगे बताया कि इस मस्जिद से 500 मीटर के अंदर एक अन्य बड़ी मस्जिद हैं। वहीं बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ सकते हैं। पर वहां नमाज नहीं पढ़ते बल्कि जानबूझकर हिंदू बाहुल्य क्षेत्र में नमाज पढ़ी जाती है। उन्होंमे आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदुओं को परेशान करने के लिए यहां नमाज पढ़ी जाती है। मेरे ट्वीट करने के बाद एसएसपी ने खुद मामले का संज्ञान लिया और मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि आगे रोड पर ऐसे नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
वहीं स्थानीय लोगों का भी यहीं कहना है कि सड़क बंद करके नमाज पढ़े जाने से उनको आने – जाने में कापी परेशानी होती है। तो नमाज को मस्जिद में ही पढ़ा जाना चाहिए। सड़क बंद करना ठीक नहीं है. पुलिस को इसे रोकना चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.