उत्तर प्रदेश के बांदा में एक रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक लालची बहन ने जमीन के लिए अपने ही भाई को मृत करार कर दिया। फिर उसके हिस्से की जमीन अपने नाम करा ली और बाद में उसको बेच दिया। जब पीड़ित को सच्चाई का पता चला तो उसके होश उड़ गए। वहीं बेटा अपने पिता को जिंदा साबित होने के लिए दर-दर भटकता रहा। जब उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो आखिर में उसने तहसील कोर्ट में मुकदमा दायर किया।
69 के शेरा को लगा झटका
ये सनसनीखेज मामला कालिंजर थाना इलाके का है। जहां सकतल गांव के रहने वाले शेरा (69) की पत्नी की 29 साल पहले मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद बुजुर्ग शेरा अपने बेटे और परिवार के साथ दूसरी जगह चला गया । वह मजदूरी करता था। जब बेटा बड़ा हुआ तो शेरा साल 2008 में शेरा उसे गांव लेकर गया। वहां जाकर उसे पता चला कि उसकी बहन बेटीबाई ने उसकी जमीन अपने नाम करा ली है। इसके साथ ही फर्जी दस्तावेज तैयार कर शेरा को मृत दिखा दिया और जमीन को बेच दिया।
14 साल बाद हुआ न्याय
जिसके बाद शेरा के बेटे मंगल ने अपनी बुआ के खिलाफ धोखे से जमीन पर कब्जा करने की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पीड़ित अधिकारियों के चक्कर लगाता रहा लेकिन उसे कहीं से सफलता हाथ नहीं लगी। अंत में पीड़ित ने साल 2008 में ही नरैनी तहसील में केस दायर किया।
तहसीलदार ने मामले में 14 साल तक दोनों पक्षों की दलीलें सुनी और अंत में न्याय हुआ। फैसला शेरा के पक्ष में सुनाया गया। हालांकि अभी जमीन पर कब्जा नहीं मिला है। जिसके बाद पीड़ित बुजुर्ग ने कालिंजर थाना में फर्जी तरीके से जमीन को विरासत के तौर पर कब्जा करने के मामले की शिकायत की है। वहीं पुलिस ने धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस बीच SHO कालिंजर ने जानकारी देते हुए बताया है कि पीड़ित की बहन ने फर्जी तरीके से जमीन अपने नाम करा ली थी, फिर बाद में उसे बेच दिया। तहसील न्यायालय से जमीन पुनः युवक के नाम दर्ज की गई है। शिकायत मिलते ही मामले पर जांच शुरू कर दी है।