अग्निपथ योजना के तहत नौसेना में 3000 लोगों का पहला बैच तैयार किया जा चुका है। जिसमें लगभग 341 महिलाएं हैं। अगले साल से महिला अधिकारियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने इस बात की जानकारी दी।
लगभग 3000 अग्निवीर शामिल हो चुके
पहली बार नौसेना अपना स्थापना दिवस बंगाल की खाड़ी से सटे विशाखापट्टनम में मना रही है। इस अवसर पर नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा की, अग्निवीरों के पहले बैच की रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमे लगभग 3000 अग्निवीर शामिल हो चुके हैं। यह देश में पहली बार होगा जब महिलाओं को रैंक में शामिल किया जा रहा है।
अब देश में महिलाओं की स्थिती कुछ और है
नौसेना प्रमुख ने कहा कि अब देश में महिलाओं की स्थिती कुछ और है। अब देश की महिलाएं को जहाजों, एयरबेसों, विमानों पर तैनात किया जाएगा। जिसके लिए उन्हें हर चीज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में किसी भी तरह का कोई अंतर नहीं आने वाला है। जहां हम सिर्फ केवल व्यक्ति की क्षमता देखते हैं।
अपनी सुरक्षा के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते
देश में चल रहीं वैश्विक घटनाएं ये बताती है, कि हम अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते। सरकार ने हमें आत्मनिर्भर भारत को लेकर एक स्पष्ट दिशा दिखाई है। शीर्ष नेतृत्व के साथ नौसेना की प्रतिबद्धता है कि, हम 2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना रूप में खड़े होंगे।
इस योजना को कई साल पहले आ जाना चाहिए- नौसेना प्रमुख
‘अग्निपथ’ योजना से जुड़े सवाल पर एडमिरल कुमार ने कहा कि यह एक शानदार योजना है और मुझे लगता है कि इसकी लंबे समय से प्रतीक्षा हो रही थी और इसे कई साल पहले आ जाना चाहिए था। नौसेना प्रमुख ने कहा कि उस समय औसत उम्र 32 वर्ष थी और सिफारिश में कहा गया कि इसे कम करके लगभग 25-26 वर्ष तक लाया जाना चाहिए।