23 नवंबर को दिल्ली एम्स साइबर का शिकार हो गया था। जिसके बाद से ही ओपीडी रजिस्ट्रेशन जांच की मेडिकल प्रक्रिया मैनुअली जारी कर दी गयी थी। लेकिन सोमवार यानी कल से एम्स की व्यवस्था धीरे-धीरे सामान्य होते दिख रही है। जिसके चलते सोमवार से काउंटर पर पहुंचने वाले मरीजों का रजिस्ट्रेशन डिजिटल तरीके से शुरू किया गया।
साइबर हैकिंग के बाद रजिस्ट्रेशन मैनुअली किया जा रहा था
दिल्ली एम्स में साइबर हैकिंग के बाद मैनुअली रजिस्ट्रेशन किया जा रहा था ।आपको बता दें, दिल्ली एम्स में एनसीआर के नहीं बल्कि दूर-दराज के लोग भी इलाज के लिए आते हैं लेकिन अभी तक जांच व ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए घर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। लेकिन दिल्ली एम्स के काउंटर पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए डिजिटल प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।जिसके बाद मरीजों को पहले से थोड़ी राहत जरूर मिली है।
सर्वर में कई तकनीकि बदलाव भी किए गये
बताते चलें की 20 दिन दिल्ली AIIMS साइबर हैकिंग का शिकार रहा। जिसके बाद से लगातार टेक्निकल एक्सपर्ट द्वारा इसे ठीक करने का प्रयास जारी रहा। इसे लेकर सर्वर में कई तकनीकि बदलाव भी किए पर अभी भी उस हैकिंग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया गया । मरीजों की जांच ओपीडी रजिस्ट्रेशन मैनुअली को ध्यान में रखते हुएसंस्थान द्वारा स्टाफ भी बढ़ाया गया था। अब देखना होगा कि एम्स का शत-प्रतिशत डिजिटल कार्य प्रणाली कब तक शुरू होता है और मरीजों को घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा पहले जैसी कब उपलब्ध होती है।