उत्तर प्रदेश में चाहे पूर्वर्ती सरकारें हो चाहे वर्तमान योगी सरकार सभी ने जनता की सुरक्षा मुहैया कराने के तमाम दावे किए हैं। लेकिन ताज्जुब तो इस बात पर कि है उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने ही महिला सिपाही को 22 साल में भी नहीं खोज पाई। मामला झांसी जिला मुख्यालय का है जहां पर नवाबाद थाने में तैनात महिला कांस्टेबल राधा देवी ड्यूटी के दौरान लापता हो गई। महिला को लापता हुए 22 साल हो गए हैं लेकिन महिला सिपाही को पूरे प्रदेश की पुलिस मिलकर भी नहीं ढूंढ पाई। लापता महिला सिपाही के परिजन और भाई पुलिस के कुछ अधिकारियों की चौखट पर लगातार गुहार लगा रहे हैं। लेकिन पीड़ित के भाई की कोई सुध लेने वाला नहीं है।
बैच नंबर 1088… 22 साल से लापता
मिली जानकारी के अनुसार हमीरपुर जिला मुख्यालय की रहने वाली कुमारी राधा देवी 1997 में पुलिस कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुई थी। जिसका बैच नंबर 1088 है। जब वह झांसी में नवाबाद थाने में तैनात थी उस वक्त वह ड्यूटी के दौरान अचानक लापता हो गई। उसके बाद पुलिस विभाग ने शायद लापता महिला सिपाही को खोजने की जरूरत नहीं समझी। अगर पुलिस ने महिला सिपाही को खोजने की जरूरत समझी होती तो उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग की एक महिला कांस्टेबल को पुलिस नहीं खोज पाई ये बड़े हैरत की बात है।
परिजनों की पीड़ा से पुलिस का दिल नहीं पसीजा
22 साल में भी पुलिस ने पीड़ित परिजनों की बात नहीं समझी। इतने सालों बाद भी महिला कांस्टेबल कुछ पता नहीं। ऐसे में प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े होते हैं। जब पुलिस अपनी महिला कांस्टेबल की रक्षा नहीं कर सकती, राज्य में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो पुलिस आम लोगों को क्या सुरक्षा देगी।