उज्जैन। इस बार मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी की जगह 15 जनवरी रविवार को मनाया जाएगा। क्योंकि सूर्य शनिवार रात्रि को मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस बार सूर्य राशि में परिवर्तन करेगा तो मकर संक्रांति वराह पर सवार होकर आएगी। बता दें आपको इसका उप वाहन वृषभ रहेगा।
इसका उप वाहन वृषभ रहेगा
ज्योतिषाचार्य पं.हरिहर पण्ड्या के अनुसार इस बार मकर संक्रांति का शुभ रंग हरा और पूष्प बकुल होगा। साथ ही अवस्था-वृद्वावस्था,हथियार-खड्ग,लेपन-चंदन, आभूषण-मोती की माला और पात्र-ताम्र पात्र दिशा- पश्चिम से उत्तर की ओर होगी।
विंटर सॉल्सटिस कहते हैं
सूर्य शनिवार रात्रि को मकर राशि में प्रवेश करने के बाद से क्रमश: उत्तरायण होने लगेगा। जिसके बाद से ही दिन तिल-तिलकर बढऩे लगेगा। इसी के साथ सभी मांगलिक कार्यो का दौर पुन: प्रारंभ हो जाएगा।खगोल शास्त्र के अनुसार 22 दिसंबर को वर्ष का सबसे छोटा दिन था। जिसके बाद से ही 23 दिसंबर से दिन धीरे-धीरे बड़ा होना शुरू हो गया वहीं रात छोटी होने लगी. बता दें कि इसे विंटर सॉल्सटिस कहते हैं।
खगोल विज्ञान ये भी कहता है
साथ ही खगोल विज्ञान ये भी कहता है कि जब सूर्य उत्तर से दक्षिण की ओर गमन करता है तो वर्ष का बड़ा दिन 21 जून आता है। इसी प्रकार दक्षिण से उत्तर की ओर जब सूर्य गमन करता है तो वर्ष का सबसे छोटा दिन 22 दिसंबर आ जाता हैं।