भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज के आखरी मैच में 15 जनवरी को भारत ने ऐसी जीत हासिल की जिसे पाने को पूरी दुनिया तरसती है लेकिन हर किसी को मिल जाए तो खासियत में खास क्या है?
भारत ने इस मैच में श्रीलंका को 317 रनों से हराया। बता दें पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने अपने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 390 रन बनाए। दूसरी पारी में जब लंकाई टीम पहाड़ जैसे टारगेट का पीछा करने उतरी तो भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को 73 रनों पर ऑलआउट कर दिया। जिसके बाद 317 रनों के सबसे बड़े अंतर से भारत ने इस मैच को अपने नाम किया। 317 रनों की ये जीत वनडे क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है, इससे पहले आयरलैंड के खिलाफ न्यूजीलैंड ने 2008 में 290 रनों की जीत हासिल की थी।
यानी इस जीत के साथ भारतीय टीम पूरे विश्व में अब तक वनडे की सबसे बड़ी जीत अपने नाम चुकी थी जो एक बड़ा, बहुत बड़ा रिकॉर्ड है।
इतने बड़े अंतर की जीत का श्रेय किसी एक खिलाड़ी को नहीं दिया जा सकता क्योंकि इस मैच में जैसा प्रदर्शन पूरी भारतीय टीम ने किया वैसा प्रदर्शन शायद ही कभी किसी टीम ने किया हो। इस मैच में शुरू से अंत तक हर भारतीय खिलाड़ी ने अपनी छाप छोड़ी खासकर 5 खिलडियों ने ही अपने प्रदर्शन के दम पर टीम के इतनी बड़ी जीत दिलाई।
ये 5 खिलाड़ी थे –
1. विराट कोहली –
विराट कोहली इस मैच और सीरीज के सबसे खास प्लेयर रहे वे ना सिर्फ पहले और आखरी मैच में प्लेयर ऑफ द मैच रहे बल्कि वे प्लेयर ऑफ द सीरीज भी रहे। बात करें तीसरे वनडे की तो 390 रनों का स्कोर खड़ा करने में सबसे बड़ा हाथ विराट कोहली का था। उन्होने मात्र 110 गेंदों में 166 रनों की नाबाद पारी खेलकर पूरे मैच को पहले ही एकतरफा सा कर दिया था। विराट का ये वनडे का 46वां और कुल अंतर्राष्ट्रीय करियर का 74वां शतक था। पहले 100 रन विराट ने अपने हमेशा के अंदाज में ही बनाए थे उन्होने 85 गेंदों में 10 चौकों और 1 छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया था लेकिन शतक के बाद विराट ने जिस तरह से स्कोर पुश किया वो कबिल ए तारीफ है उन्होने बाद के 66 रन 3 चौकों और 7 छक्कों की मदद से केवल 25 गेंदों में बनाए थे। विराट ने 390 के कुल स्कोर का 42.5 प्रतिशत रन अकेले बनाए।
2. मोहम्मद सिराज –
मोहम्मद सिराज 317 रनों की इस जीत के बड़े हीरो रहे क्योंकि पहली पारी में 390 रन बनाने के बाद बल्लेबाजों का काम खत्म हो गया था और अब बारी थी गेंदबाजों को अपना जौहर दिखाने की। सिराज ने चैलेंज कुबूल किया और शानदार गेंदाबाजी की।
सिराज इकलौते ऐसे गेंदबाज थे जो इस मैच में अपना स्पैल पूरा कर पाए। 10 ओवरों में सिराज ने 1 मैडन किया, 32 रन दिए, और 4 महत्वपूर्ण विकेट लिए।
सबसे पहले 7 रनों के कुल स्कोर पर सिराज ने लंकाई सलामी बल्लेबाज अविष्का फर्नांडो को आउट किया। इसके बाद अपने अगले ही ओवर में उन्होने कुसल मेंडिस को भी चलता किया। फिर 8 वे ओवर में सिराज ने नवानिंदु फर्नांडो को भी क्लीन बोल्ड कर दिया। 37 के कुल स्कोर पर सिराज ने वानिंदु हसरंगा को भी क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके अलावा 12वें ओवर में सिराज ने चमिका करूणारत्ने को रन आउट कर पवेलियन भेज दिया। कुल मिलाकर अकेले मोहम्मद सिराज ने आधी लंका टीम को वापस पवेलियन भेज दिया था। सिराज ने सभी महत्वपूर्ण विकेट लिए थे। सिराज के अलावा मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए।
3. शुभमन गिल
युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने इस मैच में अपना दूसरा वनडे शतक जड़ा, शुभमन गिल ने 97 गेंदों में 116 रनों की बेहतरीन पारी खेली जिसने भारत को 390 तक पहुंचाने में नींव का काम किया।