भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा के लिए राष्ट्रीय कार्यकारणी ने प्रस्ताव किया है, राजनाथ सिंह ने इस प्रस्ताव को रखा है और सभी भाजपा के सदस्यों ने इसे स्वीकार किया है। आपको बता दें कि जेपी नड्डा को जून 2024 तक के लिए बाजपा के अध्यक्ष के रूप में इनका कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है। नड्डा का कार्यकाल बढ़ाने के पार्लियामेंट्री बोर्ड के फैसले का प्रस्ताव कार्यकारिणी में रखा गया, जिसे पास कर दिया गाय है।
नड्डा जी के नेतृत्व में बीजेपी 2024 में बड़े बहुमत से जीतेगी
वहीं वो जून 2024 तक अध्यक्ष बने रहेंगे, यानी कार्यकाल में डेढ़ साल का विस्तार हुआ है। कोविड के वजह से सदस्यता अभियान नहीं हो पाया इसलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक्सटेंशन दिया गया है। गृह मंत्री ने कहा कि नड्डा जी के नेतृत्व में गुजरात में भी हमने ऐतिहासिक जीत हासिल की। नड्डा जी के नेतृत्व में बहुत कामयाबी बीजेपी को मिली है। देशभर में विजय संकल्प यात्रा और मेरा बूथ सबसे मजबूत चल रहा है। इस साल नड्डा जी के नेतृत्व में हम 9 राज्यों में जीतकर आएंगे। 2024 में लोकसभा चुनाव भी जीतेंगे। मुझे विश्वास है कि मोदी जी और नड्डा जी के नेतृत्व में बीजेपी 2024 में और भी बड़े बहुमत से जीतेगी और एक बार फिर से मोदी जी देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री के रूप में करेंगे।
पूर्ण बहुमत की सरकार बनने में हम सफल रहे- शाह
आपको बता दें कि नड्डा का तीन साल का कार्यकाल इसी साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा था। इसके पहले वह जुलाई 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे। उसके बाद 20 जनवरी 2020 को उन्होंने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाली थी। भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष को लगातार तीन साल के लिए दो कार्यकाल दिए जाने का प्रावधान है। वहीं मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले नड्डा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में दो दिसंबर 1960 को हुआ था। शाह ने कहा कि बूथ से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर नड्डा जी के कार्यकाल में कोविड के दौरान सेवा ही संगठन कार्यक्रम चलाया गया और बहुत ही बेहतर ढंग से काम किया गया. बिहार में हमारा सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट रहा. महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड और गुजरात सभी जगह हम बेहतरीन जीते. गोवा में हैट्रिक लगाकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनने में हम सफल रहे।
नड्डा के कार्यकाल बढ़ने के तीन बड़े कारण बताए…
- आगामी लोकसभा चुनाव – जैसा की हम सबको पता है कि इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इनमें त्रिपुरा,मेघालय नागालैंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, राजस्थान, तेलंगाना शामिल है। इसके ठिक बाद अगले साल यानी 2024 की शुरुआत में लोकसभा चुनाव होना है। नड्डा की अगुआई में पूरे देशभर में संगठनकाफी मजबूत हुआ है। जहां पार्टी कमजोर थी, वहां दूसरे दलों के बड़े नेताओं को जोड़ गया है। नड्डा ने हर वर्ग के लिए अलग से सदस्यता अभियान चलाया। इसका सीधा फायदा चुनावों में भाजपा को मिला। यही कारण है कि नड्डा के कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है।
- मोदी- शाह की दोस्ती- नड्डा की दूसरी सबसे बड़ी अपल्बधि है कि राष्ट्रीय अद्यक्ष होते हुए भी उन्होंने पार्टी और सरकार के बीच अच्छे तालमेल रखे। नड्डा के रिश्ते प्रजदानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी अच्छे हैं। इसके अलावा पार्टी के पुराने नेतओं के भी नड्डा पसंदीदा है।
- हिमाचल हार के बाद हटाने पर गलत संदेश जाने का खतरा- हिमाचल प्रदेश में भाजपा को हार मिली। जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से ही आते हैं। ऐसे में अगर उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया जाता तो इसका गलत संदेश भी जाता। विपक्ष इसे मुद्दा बना लेता। हिमाचल प्रदेश की हार की जितनी चर्चा नहीं हुई थी, जितनी चर्चा उससे कहीं ज्यादा नड्डा के हटने की होती। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की हार का नुकसान भाजपा को दूसरे राज्यों के चुनाव में भी उठाना पड़ सकता था।