कानपुर। बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भले ही उसकी कहानी खत्म हो गई हो लेकिन उस कहानी की दूसरी पात्र खुशी दुबे अभी भी चर्चाओं में बनी हुई है। गौरतलब है कि 30 महीने बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अब वो घर पहुंची है। लेकिन पुलिस उससे अभी भी खतरा महसूस कर रही है। जेल के अन्दर एवं बाहर के अपराधियों से पुलिस को इतना खौफ नहीं है, जितना खुशी दुबे से है। पुलिस को इतना भय हो चुका है कि जेल से बाहर आने के बाद से खुशी के घर की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। यहां तक की खुशी के घर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। वह 30 महीने बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद घर पहुंची है और अब पुलिस उस पर नजर रख रही है।
ढाई साल बाद मिली है जमानत
बिकरू कांड की आरोपित खुशी दुबे का पनकी रतनपुर कॉलोनी में घर है। खुशी को ढाई साल के बाद चार जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली और वह 21 जनवरी को जेल से रिहा हुई। खुशी के जमानत पर रिहा होने से पुलिस बेचैन दिखाई दे रही है। खुशी के घर पहुंचते ही आनन-फानन में उसके घर के दोनों तरफ पनकी थाने की पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं। खुशी के घर आने-जाने वाले और परिवार पर पुलिस कड़ी नजर रख रही है। इसके साथ ही एक-एक आदमी का पूरा ब्यौरा जुटा रही है।
खुशी की मां गायत्री देवी के मुताबिक घर पर क्षेत्रीय पुलिस का पहरा है। सादी वर्दी में भी खुफिया विभाग के लोग और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जिससे खुशी दुबे के घर आने-जाने वालों का ब्यौरा जुटाया जा सके। इसके साथ ही पुलिस ये भी देख रही है कि जेल से छुटने के बाद खुशी कहां-कहां जा रही है। घर के बाहर पुलिस की निगरानी को लेकर खुशी दुबे के परिवारवालों ने और उनके वकील शिवाकांत दीक्षित ने आपत्ति जताई है। इस संबंध में परिवार जल्द ही पुलिस अधिकारियों से मिलेगा।
सोशल मीडिया पर मिल रहा है जनसमर्थन
बिकरू कांड में आरोपित बनाकर जेल भेजी गई खुशी दुबे भले ही पुलिस की निगाह में आरोपी है, लेकिन आम जनता खुशी को बेगुनाह बता रही है। घर के बाहर सीसीटीवी लगने का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर खुशी के पक्ष में हजारों ट्वीट और उस पर लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोग खुशी को बेगुनाह बता रहे और उसके समर्थन में जुटे हैं।