यूपी के सुल्तानपुर में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ऑफिस में कुछ ना कुछ गोलमाल चल रहा है। यहां अधिकारी से लेकर कर्मचारी सब लापरवाह हो चुके हैं। दरअसल शिक्षकों को जारी हुए एक पत्र में कर्मचारी ने पत्र पर अधिकारी के नाम के नीचे टाइमिंग लिख डाली। हैरत की बात तो ये है कि खुद को तेज तर्रार बताने वाली बीएसए ने आंख बंदकर उस पर साइन कर दिया। अब वही पत्र उच्च अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है।
क्या है पूूरा मामला
आपको बता दें कि दरअसल ये पत्र दिव्यांग बच्चों को समावेशी शिक्षा प्रदान करने के संबंध में है। परिषदीय विद्यालय के नोडल टीचर्स, कस्तूरबा विद्यालय की वार्डेन, जिला समन्वयक को दिये आदेश के लिये लिखा गया है। समेकित शिक्षा को प्रेरित करने और उन्हें और अधिक संवेदनशील बनाने के लिये एक घंटे यूट्यूब सेशन चलाया जायेगा। इसके लिये 3 फरवरी की तिथि नीयत की गई है।
तो वहीं जिसके लिये बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने पत्रांक संख्या समे.शिक्षा/ यू-ट्यूब सेशन/ 13238-44/ 2022-23 जारी किया। पत्र में चार कालम बने हैं। पहला क्रमांक, दूसरा समय, तीसरा विषय वस्तु और चौथा अधिकारी का नाम। क्रमांक तो सही भरा गया है। इसके अलावा समय के स्थान पर प्रशिक्षण से संबंधित डिटेल, विषय के स्थान पर स्थान की डिटेल और अधिकारी के नाम के स्थान पर समय लिखा गया है। ऐसा लापरवाही भरा पत्र शासन स्तर तक के अधिकारियों को बीएसए ने अपनी हस्ताक्षर बनाकर भेज डाला है।
इससे पहले भी BSA ऑफिस में हो चुका है ऐसा ही कारनामा
तो वहीं एक अन्य आदेश में भी उन्होंने 23 नवंबर 2023 को ही सघनता से जांच कर लिया और आदेश भी जारी हों गया। बता दें कि बीते दिसम्बर माह में भी जारी एक पत्र में खामियां मिली थी। 5 दिसम्बर को बीएसए ने स्कूल की चेकिंग की और 3 दिसम्बर को ही वेतन रोकने का आदेश दिया गया। ऐसे में कयास लगाया जा सकता है कि जब शिक्षा जगत की अधिकारी इस तरह लापरवाह हैं तो बच्चों का भविष्य क्या होगा। बड़ा ही सोचनीय विषय है उच्चाधिकारियों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए!