मुज़फ्फरनगर में राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में भारतीय किसान यूनियन के धरने का आज आठवां दिन है। किसान लगातार धरने पर अडिग रहकर अपने हकों की लड़ाई के लिए लड़ रहा है। कल यानी शुक्रवार को भारी संख्या में किसान ग्रामीण क्षेत्र से धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान किसान अपने साथ में खाद्यान्न सामग्री, दूध, दही लेकर पहुंचे है।
महापंचायत में कौन-कौन शामिल होंगे
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह भी धरना स्थल पर पहुंचे। वह किसानों से मिले और दोपहर में मेरठ के तंबू में एक संगठन की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में आंदोलन की आगामी रणनीति पर संगठन के सभी पदाधिकारियों ने विस्तार से अपने विचार रखे और चर्चा की।
इस दौरान सभी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि अगर उनकी समस्याओं का हल नहीं हुआ तो भारतीय किसान यूनियन आने वाली 10 फरवरी को एक किसान महापंचायत का आयोजन करेगी। इस महापंचायत में मुजफ्फरनगर की सीमा से लगे हुए जिले शामिल होंगे।
10 फरवरी को किसान महापंचायत का आयोजन करेगी BKU
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे किसान जो दिल्ली आंदोलन में शहीद हुए थे, उन्हें सरकार ने आज तक कोई मुआवजा नहीं दिया है। ना ही गन्ने का भुगतान हुआ और ना ही उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का रेट घोषित किया है। हमारी पहले से भी अनेकों मांगे केंद्र और प्रदेश सरकार में लंबित चली आ रही है। अगर सरकार जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा नहीं किया तो दस फरवरी को पंचायत में ही आगे की रणनीति तय करके फैसला लिया जाएगा।
सरकार किसान के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही- राष्ट्रीय महासचिव
वहीं राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश का किसान आज हाशिए पर हैं। सरकार किसान के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है। अगर यही हाल रहा तो देश का किसान बर्बाद हो जाएगा। बजट से भी देश के किसानों को बहुत आस थी लेकिन उन्हें उसमें भी सिर्फ निराशा हाथ लगी।
इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल मलिक, शामली जिलाध्यक्ष कॉलदर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।