भारतीय जनता पार्टी जल्द फिर बाहरियों के लिए अपने द्वार खोलने जा रही है। दूसरे दलों के नेताओं के साथ ही मजबूत जातीय क्षत्रपों पर भी नजर है। कई नेता भगवा घारण करने को लगातार संपर्क भी साध रहे हैं। वहीं पार्टी गुपचुप तरीके से नेताओं और सामाजिक समीकरणों की दृष्टि से महतवपूर्ण लोगों की सूची तैयार करवा रही है। इस माह के अंत में या फिर मार्च की शुरूआत में नये चेहरों की ज्वाइनिंग के लिए अभियान शुरु किया जा सकता है।
भाजपा बड़े पैमाने पर चलाएगी अभियान
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। इसके लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के नेतृत्व में बकायदा ज्वाइनिंग कमेटी बनाई गई थी। मगर तब से इक्का-दुक्का को छोड़ दें तो ज्वाइनिंग लगभग बंद थी। हालांकि उस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह सैनी, दारा सिंह चौहान सहित तमाम लोगों ने भाजपा से किनारा भी किया था। चुनावी नतीजों के बाद से विभिन्न दलों के नेता भाजपा में शामिल होने के लिए लगातार फील्डिंग सजा रहे हैं। खुद धर्म सिंह सैनी भी भगवा दल में वापसी चाहते थे, मगर ऐन वक्त पर उनकी एंट्री पर विराम लग गया था। पिछले 8 साल से भाजपा राज कर रही है। भजपा के राज में देश भी विकसीत हुआ है।
कुछ राज्यों में भाजपा मजबूत
कई राज्यों में भाजपा मजबूत हैं। बता दें कि पार्टी इस वक्त तीन चीजों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रखी है, जिनसे हाल ही में पार्टी को काफी लाभ हुआ है- हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और विकास। बीजेपी कई मौके पर लोगों को इशारा कर चुंकी है कि पार्टी के दरवाजे हर किसी के लिए खुले हैं। वहीं अन्य पार्टीयों के नेताओं के इस्तीफे देने पर भी बीजेपी का यही जवाब होता है कि वे चाहें तो ज्वाइन कर सकते है पार्टी के दरवाजे खुले हैं।