हरदोई। प्यार का कोई पैमाना नहीं होता। इसी बात को सच साबित करते हुए हरदोई जनपद में एक आशिक वेलेंटाइन-डे पर अपनी शादीशुदा प्रेमिका से मिलने की चाहत लेकर उसके घर पहुंच गया, वो भी हाथ में चाकू लिए हुए। पहले तो उसने साथ-साथ मरने की बात कही, लेकिन जब महबूबा ने उसकी हां में हां मिलाने के बजाय उसकी बात को नकार दिया तो उसने महबूबा की दहलीज पर ही जान देने की सोची और जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर पुलिस ने उसे सीएचसी में भर्ती कराया जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
कैसे शुरू हुई प्रेम कहानी
बता दें कि कोतवाली शहर के तत्यौरा गांव निवासी सुधीर पुत्र सुरेश पाल राजस्थान में काम करता था। वहीं काम करने वाली एक युवती से उसकी मुलाकात हुई। युवती शादीशुदा थी मुलाकात के दौरान दोनों में दोस्ती हुई और ये दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता ही नही चला। दोनों में बात और मुलाकात होने लगी। दोनों साथ-साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे। युवती हरदोई जनपद के ही बिलग्राम थाना इलाके के एक गांव की रहने बाली थी। वह इन दिनों गांव आई हुई थी। सुधीर भी उसके पीछे-पीछे गांव पहुंच गया।
दोनों साथ में प्यार की दुश्मन दुनिया को कह देंगे अलविदा
फिर वेलेंटाइन-डे वाले दिन यानी 14 फरवरी को सुधीर अपने हाथ में चाकू ले कर अपनी महबूबा की दहलीज़ पर उससे मिलने पहुंच गया। वहां उसने अपनी शादीशुदा महबूबा से मिलने की अर्ज़ी लगाई और कहा कि दोनों एक साथ ज़हर खा कर प्यार की दुश्मन दुनिया को अलविदा कह देंगे। लेकिन महबूबा ने अपने प्रेमी की हां में हां मिलाने की बजाए ना कर दी। बस फिर क्या था, सुधीर ने वहीं पर ज़हर खा लिया और तड़पने लगा।
सड़क पर तड़प रहा था सुधीर तभी..
इसी बीच यूपी-112 की पीआरवी उधर से निकल रही थी। सुधीर को सड़क पर पड़ा देख उसे तुरंत बिलग्राम सीएचसी पहुंचाया। वहां उसके पास से चाकू भी बरामद किया गया है। सीएचसी पर मौजूद अधीक्षक डा.राजेंद्र कुमार ने उसका इलाज किया। डा. राजेन्द्र कुमार के मुताबिक ज़हर खाने से सुधीर की हालत बिगड़ी थी। प्राथमिक इलाज के बाद युवक को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।