सुप्रीम कोर्ट ने 22 अगस्त 2017 को एक साथ तीन तलाक बोलकर शादी रद्द करने को असंवैधानिक करार कर दिया था। तलाक-ए-बिद्दत कही जाने वाली इस व्यवस्था को लेकर ज्यादातर मुस्लिम का भी यही मानना था कि यह कुरान के मुताबिक नहीं है। वहीं इस मामले पर कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार ने भी तीन तलाक बोलने को अपराध घोषित करने वाला कानून बना चुकी है। लेकिन इसके बाद भी मुस्लिम महिलाओं में तीन तलाक को लेकर खौफ बना रहता है। ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली से है। जहां एक मुस्लिम महिला ने ट्रिपल तलाक के डर पीएम मोदी और सीएम योगी से गुहार लगाई है।
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी ढाई साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से औरैया निवासी आरिफ से हुई थी शादी के 15 दिन बाद ही आरिफ ने अपनी पत्नी पर जुल्म करना शुरू कर दिया। महिला का पति उसपर दहेज देने का दबाव बनाने लगा। जब दहेज नहीं दिया तो उसे बुरी तरह प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। अब वह उसे तलाक के लिए मजबूर करने लगा। जिसके बाद मुस्लिम महिला ने मोदी और योगी से इंसाफ की गुहार लगाई है।