पंजाब के कट्टरपंथी उपदेशक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को नकौदर के पास से हिरासत में लिया है। इससे पहले अमृतपाल के 6 साथियों को पुलिस ने पकड़ा था। तब अमृतपाल फरार हो गया था, जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीम अलग- अलग इलाकों में दबिश दे रही थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गिरफ्तार कर लोगों से हथियार और 2 गाड़िया बरामद की है। इसके साथ ही पंजाब के कई जिलों में रविवार रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। वहीं अमृतपाल सिंह के खिलाफ 3 मामले दर्ज है, जिसमें से 2 हेट स्पीच के संबंधित है। सूत्रो के अनुसार, धर्मकोट के नजदीक महितपुर थाने के पास पुलिस ने ये 6 गिरफ्तारियां की हैं।
अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए 50 गाड़ियों ने किया पीछा
बता दें कि अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए 50 से ज्यादा गाड़िया पीछा कर रही थी। वहीं पुलिस ने अमृतपाल की की गाड़ियों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। उसकी लोकेशन के आधार पर उसे नकौदार के पास से हिरासत में लिया गया है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही खुफिया एदेंसी के हवाले से खबर आई थी कि एंटी नेशनल एलीमेंट अमृतपाल पर हमले की योजना बना रहे हैं और अमृतपाल पर हमला करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं।
चलिए आपको बताते हैं कौन हैं अमृतपाल, उसे क्यों भिंडरांवाले 2.0 कहा जाता है?
- अमृतपाल सिंह के बारे में बात करें तो जब से उसका नाम सामने आया है वो एक विवादस्पद सिख नेता के तौर पर आया हा, जो 2022 में एक दुर्घटना में मारे गए दीप सिद्धू द्वारा गठित वारिस पंजाब दे का प्रमुख है।
- अमृतपाल की उम्र 29 साल है और वह भिंडरवाले की तरह ही कपड़े पहनाता है, जिसे ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान मार दिया गया था। उनके समर्थकों द्वारा उन्हें ‘भिंडरावाले 2.0’ कहा जाता है।
- अमृतपाल सिंह दुबई में काम करता था और साल 2022 में भारत आया और यहां वह वारिस पंजाब दे का प्रमुख बन बैठा
- वहीं अमृतपाल सिंह के समर्थकों की संख्या काफी ज्यादा बड़ी है, इस बड़ी संख्या में उसके अनुयायी हैं और वह अपने अनुयायियों से घिरे हथियारों से लैस हुए देखा जाता है।
- अमृतपाल सिंह अमृतसर जिले के बाबा बकाला कस्बे के अंतर्गत आने वाले जल्लू-पुर खैरा गांव का रहने वाला है।
- वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक इस नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ही चेतावनी जारी की थी। जिसमें उसने कहा था “अमित शाह ने कहा था कि वह खालिस्तान आंदोलन को बढ़ने नहीं देंगे। मैंने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था और अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको भी परिणाम भुगतने होंगे। अगर गृह मंत्री कहते हैं कि अमृतपाल सिंह ने कहा, ‘हिंदू राष्ट्र’ की मांग करने वालों की तरह, फिर मैं देखूंगा कि क्या वह गृह मंत्री बने रहते हैं।