यूपी में एक और दरोगा का पर्दाफाश हुआ है। दरअसल गोरखपुर में एक कंप्यूटर इंजीनियर फर्जी दरोगा बनकर लोगों से वसूली कर रहा था। उसने पुलिस की फर्जी वर्दी पर डबल स्टार लगा रखे थे। साथ में पुलिस का फर्जी आईकार्ड भी रखता था। वह फर्जी दरोगा बनकर रामगढ़ताल के नौकायान पर दुकानदारों से वसूली कर रहा था। जब रामगढ़ताल पुलिस को इसकी भनक लगी तो उसे पकड़ लिया गया।
फर्जी दरोगा ITM गीडा में BCA का स्टूडेंट है
जांच के दौरान उसके पास से फर्जी आईकार्ड निकला। फर्जी दरोगा का नाम अपूर्व राय है, जो कुशीनगर जिले के तरयासुजान का रहने वाला है। उसके पिता अजय शंकर राय खेती करते हैं। वह यहां रामगढ़ताल इलाके के बगहा बाबा स्थान के पास किराए पर रहता था। फर्जी दरोगा ITM गीडा में BCA का स्टूडेंट है। लेकिन उसने अपने घर वालों को भी यह बता रखा था कि वह मुरादाबाद में पुलिस की ट्रेनिंग ले रहा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार अपूर्व राय यहां 3 साल से किराए का कमरा लेकर रहता है। वह ITM गीडा में BCA की पढ़ाई कर रहा है। वह पुलिस की फर्जी यूनिफॉर्म पहनकर फोटो खिंचवाता और फेसबुक और व्हाट्सएप पर पुलिस की वर्दी में प्रोफाइल फोटो लगाता था। उसने बाकायदा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था।
कंप्यूटर इंजीनियर क्यों बना फर्जी दरोगा
वह अक्सर नौकायन में दुकान लगाने वाले व्यापारियों पर पुलिस का रौब झाड़कर उनसे वसूली करता था। जब दुकानदार उसकी हरकतों से परेशान हो गए तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने जांच की तो उसके पास से फर्जी आईकार्ड मिला। जिसके बाद उसको हिरासत में ले लिया।
पुलिस पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह पहले पुलिस विभाग में भर्ती की तैयारी कर रहा था। लेकिन जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने ये रास्ता अपनाया। उसने 3 हजार की पुलिस की फर्जी वर्दी खरीदी और दरोगा बनकर लोगों से वसूली करने लगा। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।