वो कहावत है ना जैसे को तैसा, वैसा ही जवाब बीजेपी पार्टी ने आप को दिया है। दरअसल आज सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हटाने के लिए ऐसे ही पोस्टर सामने आए जैसे पीएम मोदी को लेकर लगाए गए थे। बता दें कि पुलिस ने मंगलवार को बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए “मोदी हटाओ, देश बचाओ” के नारे वाले हजारों पोस्टर हटा दिए। वहीं इस घटना के बाद एक प्रिंटिंग प्रेस के दो मालिकों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
“अरविंद केजरीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ”
लेकिन आज सुबह दिल्ली की दीवारों पर अरविंद केजरीवाल के पोस्टर चिपके दिखाई दिए। जिसमें केजरीवाल “बेईमान, भ्रष्ट तानाशाह” बताया गया है और “अरविंद केजरीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ” का नारा दिया गया है। वहीं इन पोस्टरों में ये भी दावा किया गया है कि ये पोस्टर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा लगाए हैं।
AAP और BJP के बीच छिड़ी पोस्टर जंग
बता दें कि नई शराब नीति मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अब बीजेपी और आप के बीच नई लड़ाई पोस्टर को लेकर चल रही है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने अपनी कार्रवाई के बारे में बताते हुए कहा कि यह गिरफ्तारियां सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में की गईं। क्योंकि कानून के तहत पोस्टरों पर प्रिंटिंग प्रेस का नाम होना जरूरी है। वहीं दर्ज किए गए 138 मामलों में से 36 पीएम मोदी विरोधी पोस्टरों के लिए थे।
पीएम “डर गए”
हालांकि सीएम अरविंद केजरीवाल ने पुलिस के स्पष्टीकरण को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पीएम “डर गए” हैं। “पोस्टरों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मोदी जी इतने क्यों डरे हुए हैं? कोई भी ऐसे पोस्टर लगा सकता है। इतना डरा हुआ और इतना असुरक्षित प्रधानमंत्री।” पुलिस ने करीब 2,000 पोस्टर भी जब्त किए है, जिन्हें कथित रूप से एक वैन में आप कार्यालय में पहुंचाया जा रहा था। आप ने एक ट्वीट में जानना चाहा कि पोस्टरों में क्या आपत्तिजनक है। आप ने इसे “मोदी सरकार की तानाशाही का चरम” करार दिया। आप ने पीएम मोदी को हटाने की मांग को लेकर आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
प्रिंटिंग प्रेस मालिकों ने किया बड़ा खुलासा
वहीं बीजेपी ने आप पर पोस्टर लगाकर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि “आप में यह कहने की हिम्मत नहीं है कि उन्होंने विरोध किया। उन्होंने पोस्टर लगाकर कानून को तोड़ा।” इन सबके बीच पोस्टरों पर प्रिंटिंग प्रेस का नाम नहीं होने के कारण गिरफ्तार किए गए प्रिंटिंग प्रेस मालिकों ने पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें 50,000 “मोदी हटाओ, देश बचाओ” के पोस्टर छापने को कहा गया है।