इस समय प्राचीन मूर्तियों और धरोहरों को देश में वापस लाने का सिलसिला तेजी से जारी है। इसी क्रम में तमिलनाडु के अरियालुर जिले के मंदिर से 14 वीं और 15 वीं शताब्दी की हनुमान जी की मूर्ति को वापस लाया गया है। आपको बता दें कि यह मूर्ति अप्रैल 2012 में दूसरी मूर्तियों के साथ चोरी हो गई थी। इस मूर्ति का पता साल 2014 में तब लगा जब न्यूयॉर्क के एक नीलामी घर में इस मूर्ति की नीलामी की गई। नीलामी के समय इस मूर्ति को ऑस्ट्रेलिया के खरीदार ने खरीदा था।
कुछ दिनों पहले ही लाया गया भारत
संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक मूर्ति की नीलामी की जानकारी जैसे ही मिली तुरंत इसे हासिल करने की कोशिशें तेज की गई। मूर्ति को भारत लाने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार से संपर्क किया गया। इससे जुड़े सारे प्रमाण मुहैया कराए गए। काफी लंबी प्रक्रिया के बाद ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त को फरवरी 2023 में यह प्रतिमा वापस सौंप दी। यह मूर्ति पिछले दिनों ही भारत लाया गया।
लंबे समय से चल रही हैं कोशिशें
भारतीय प्राचीन धरोहरों और मूर्तियों को वापस लाने की कोशिशें लंबे समय से चल रही है। अब तक विदेश से 251 मूर्तियों और प्राचीर धरोहरों को वापस लाया गया है। इनमें 238 मूर्तियों और प्राचीन धरोहरों को 2014 के बाद लाया गया है।
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