लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगी बीजेपी अपने सांसदों का रिपोर्ट कार्ड पहले ही दिल्ली के शीर्ष नेतृत्व को भेज चुकी है माना जा रहा है कि इस बार कई मौजूदा सांसदों का टिकट कटना भी तय है। बीजेपी अपने एक दर्जन से अधिक विधायकों और उत्तर प्रदेश सरकार में मौजूदा मंत्री व पूर्व मंत्रियों पर दाँव लगाती नज़र आ सकती है । माना जा रहा है कि जिस तरीक़े से इन मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश के निकाय चुनावों की जीत में एक बड़ा योगदान दिया था । इसके चलते अब पार्टी इन को दिल्ली भेज कर बड़ा इनाम देने की योजना बना ली है। इससे पहले कि अगर बात करें लोक सभा चुनाव 2014 और लोकसभा 2019 में भी भारतीय जनता पार्टी अपने कई विधायकों को सांसदी का चुनाव लड़ा चुकी है।

इन मंत्रियों के और विधायकों के नाम पर हो रही है चर्चा

चंदौली सीट से विधायक सुशील सिंह को इस बार लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जा सकता है तो वही बात करें हम सुल्तानपुर सीट की इस बार सुल्तानपुर के मौजूदा सांसद मेनका गांधी का टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है उनकी जगह BJP लखनऊ के अपने एक स्थानीय विधायक को सुल्तानपुर सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है । साथ ही हम बात करें ग़ाज़ीपुर और बलिया की तो वहाँ से उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी का नाम भी चर्चा में है । साथ ही बात करे मथुरा कि तो मथुरा से सांसद हेमा मालिनी की जगह इस बार उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और माठ से विधायक राजेश चौधरी को उम्मीदवार बनाया जा सकता है । वहीं पर बात करेंगे पूर्वांचल की देवरिया सीट से भी इस बार सांसद बदला जा सकता है। माना जा रहा है कि बीजेपी वहाँ से किसी युवा चेहरे को अपना उम्मीदवार बना सकती है वहीं अगर बात करें तो कानपुर की तो कानपुर के मौजूदा सांसद का भी टिकट लगभग कटना तय माना जा रहा है। इस बार कानपुर से पूर्व डिप्टी CM और संगठन के वरिष्ठ दिनेश शर्मा पर पार्टी भरोसा जताते सकती है। इसके साथ ही अगर बात करें धौरहरा सीट से कांग्रेस से आकर BJP का दामन थामने वाले ब्राह्मण चेहरे के रूप में प्रसिद्ध और उत्तर प्रदेश सरकार में PWD मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। इसके साथ ही कई मंत्री और विधायक भी अपनी अपनी दावेदारी पेश करते नज़र आ रहे है।

ये माना जा रहा है कि पिछले दो बार के लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक और मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ाया था इस बार भी BJP अपने पिछले दो बार के सफल प्रयोग के साथ ही चलते हुए नज़र आएंगी हालाँकि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मानें तो उनका साफ़ कहना है कि पार्टी में प्रत्याशी चयन एक प्रक्रिया होती है जिसके तहत जिसको भी शीर्ष नेतृत्व और पार्लियामेंट्री बोर्ड प्रत्याशी बनाएगा हम उसका स्वागत करेंगे इस बार हमारा लक्ष्य है 80 में 80 लोकसभा सीट जीतना और सभी 80 लोकसभा जीतकर एक बार फिर से हमारे यशस्वी और लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाना है । इसका लक्ष्य हमने तय कर लिया है और उसी दिशा में बीजेपी लगातार कार्य कर रही है और निश्चित तौर पर अपना लक्ष्य हासिल करेगी ।