लखनऊ– प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सिविल कोर्ट में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या कोर्ट रूम में गोली मारकर की गई थी। विजय ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। पूछताछ में विजय ने बताया कि उसे पता नहीं क्या हो गया था जिस कारण उसने गोलियां चला दी सूत्र बताते हैं कि मुंबई में नौकरी के दौरान विजय की मुलाकात कई ऐसे लोगों से हुई जो संजीव जीवा की हत्या कराना चाहते थे।
इसी बीच जौनपुर से विजय के पास एक फोन कॉल जाता है वह मुंबई से एकाएक जौनपुर पहुंच जाता है। शादी समारोह में शामिल होता है और उसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो जाता है। जौनपुर से वह बहराइच जाता है बहराइच में कुछ लोगों से मुलाकात करता है। वहीं इसी बीच खबर यह भी आ रही है कि नेपाल में बैठे अशरफ से विजय की मुलाकात होती है और विजय संजीव जीवा की हत्या कराने के लिए ₹2000000 की सुपारी देता है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
सूत्र बताते हैं सुपारी इसलिए देता है कि अशरफ का भाई जेल में बंद है। जहां पर संजीव जीवा उसे जेल में परेशान कर रहा था। इसीलिए वह संजीव जीवा की हत्या कराने की साजिश करता है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है इस पर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। हालांकि सूत्र यह भी बताते हैं कि नेपाल में मुलाकात के बाद 2000000 में डील तय होने की बात से विजय लखनऊ आ गया।
कोर्ट रूम के बीच व्यक्ति उतारा मौत के घाट
लखनऊ में मैग्नम अल्फा रिवाल्वर के साथ ₹5000 विजय को मुहैया कराए जाते हैं बाकी पैसा काम होने के बाद दिए जाने की बात आती है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इतनी बड़ी घटना की साजिश के पीछे क्या एक व्यक्ति इस तरीके से कोर्ट रूम में पुलिस अभिरक्षा के बीच में किसी व्यक्ति को मौत के घाट उतार सकता है या फिर प्लान भी तैयार किया गया था। अब देखना होगा एसआईटी की जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आता है। फिलहाल कल भी एसआईटी ने घटनास्थल का मोयना करके साक्ष्य जुटाए हैं।
इस घटना के पीछे छिपा है रहस्य
विजय की बात की जाए तो बृहस्पतिवार की देर रात जुडिशल कस्टडी में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। जेल भेजे जाने के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। ट्रामा सेंटर से सीधा लखनऊ के गोसाईगंज जेल विजय को भेजा गया है। 14 दिन की न्यायिक हिरासत पूरी होने के बाद कस्टडी रिमांड ली जाएगी उसके बाद देखना होगा कि क्या कुछ इस घटना के पीछे छिपा रहस्य सामने आता है।