लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर दिल्ली के रामलीला मैदान में हो रही भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक का आज दूसरा दिन है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी रामलीला मैदान पहुंचे। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 10 हजार कार्यकर्ता, सभी सांसद और विधायक शामिल हुए हैं। बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा की,दो कमरों वाली पार्टी आज इतनी बड़ी सभा कर रही है यह बहुत बड़ी बात है। जो परिपाटी अटल जी हमारे लिए छोड़ गए हैं, उसे हमें मजबूत करना है,यह राष्ट्रीय परिषद की पहली बैठक है जो अटलजी के बिना हो रही है। वो आज जहां से भी हमें देख रहे होंगे, उन्हें अपने बच्चों की इस ऊर्जा और राष्ट्र के प्रति समर्पण को देखकर संतोष हो रहा होगा। केंद्र में भाजपा की सरकार और राज्यों में 16 राज्यों में हम सरकार चला रहे हैं या गठबंधन में हैं।
पहले की सरकार ने देश को बहुत अंधेरे में धकेल दिया था। अगर मैं कहूं कि भारत में 2004-2014 के अहम दस साल घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में गंवा दिए तो गलत नहीं होगा, देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब सरकार भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। हम सब इस बात पर गर्व कर सकते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि, पिछले साढ़े चार साल में बीजेपी के नेतृत्व में जिस तरह हमारी सरकारें चली है, उससे जनमानस में यह भाव स्थापित हुआ है कि देश को ऊंचाई पर अगर कोई दल ले जा सकता है तो वह सिर्फ और सिर्फ बीजेपी है। आज देश का पाई-पाई राष्ट्रनिर्माण में लगाया जा रहा है।
साथ ही मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले पीएम बनते तो देश की तस्वीर कुछ और ही होती, वैसे ही 2000 के चुनाव के बाद अगर अटल जी पीएम बने रहते तो आज भारत कहीं और होता। राष्ट्रीय परिषद में किसान, गरीब और वर्तमान राजनीति से जुड़े प्रस्ताव रखे गए हैं। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हमें इन प्रस्तावों में लिखी एक-एक बात याद हो। ये बातें घर-घर तक पहुंचनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि इतने सारे लोगों का स्वेच्छा से रियायतें छोड़ देना, उद्यमियों का GST से जुड़ते जाना और टैक्स भरने वालों की संख्या में जुड़ते जाना। यह इसलिए हो रहा है कि देश के निर्माण में हर कोई आगे आ रहा है। ऊर्जा से भरे युवा ही देश की शक्ति का, इसकी उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करते हैं, बीते 4 साल में देश के युवाओं ने इसका प्रदर्शन भी किया है। वो चाहे जितनी गलियां दें ये चौकीदार रुकने वाला नहीं है।
राजस्थान, मध्यप्रदेश में अब दो टूक बात हो रही है कि सरकार चलानी है तो फलाना केस वापस लो, राजनीतिक गठबंधन विचारधारा के मिलने पर होते हैं लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक व्यक्ति के विरोध में गठबंधन हो रहा है।
बीजेपी सरकार के कार्यकाल ने ये साबित किया है कि सरकार बिना भ्रष्टाचार के भी चलाई जा सकती है और सत्ता के गलियारों में टलहने वाले दलालों को भी बाहर किया जा सकता है। पहले से जिनको आरक्षण की सुविधा मिल रही थी उनके हक़ को छेड़े बिना, छीने बिना बीजेपी सरकार द्वारा सामान्य वर्ग को 10 फिसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। आज के युवा को पता है कि उसकी आवाज सुनी जा रही है। वह जानता है कि उसके देश की शान मजबूत हो रही है। वह जानता है कि देश की आर्थिक और सामरिक हैसियत मजबूत हो रही है।