इसबार का कुंभ काफी ज्यादा भव्य हो रहा है और इसके पीछे की वजह है कि राज्य की योगी सरकार ने कुंभ के बजट को तीन गुना बढ़ाकर 4200 करोड़ कर दिया है जो पिछले कुंभ में 1300 करोड़ था।
कुंभ के जरिए सरकार देसी के साथ ही विदेशी सैलानियों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के इंतजाम किए हैं जिससे कुंभ में शाही स्नान करने आएं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो और साथ ही वो भारत की संस्कृति और पंरपरा को और अच्छे से जान सके।
इसबार कुंभ में लोगों को भारत की 5000 साल पुरानी संस्कृति से रूबरू कराने के लिए ‘संस्कृति गांव’ तैयार किया गया है। इसे तैयार किया है बंगाल, मुंबई और साथ ही भारत के अन्य शहरों से आए कारीगरों ने। इस संस्कृति गांव में लोगों को बहुत कुछ देखने को मिलेगा साथ ही इसमें डायरोमा पिकनिक के जरिए चित्रकारी और मूर्ताकारी भी देखने को मिलेगी। संस्कृति ग्राम में लोग भारत की हजारों साल पुरानी सिन्धु सभ्यता को जानेंगे और साथ ही नए भारत की झलक भी यहां देखने को मिलेगी।
संस्कृति ग्राम करीब आठ एकड़ के क्षेत्रफल में बनाया गया है जिसका लागत आया है करीब सात करोड़ चालीस लाख रुपए। कुंभ के अरैल क्षेत्र में तैयार किए गए इस संस्कृति ग्राम में लोगों को भारत को बहुत ही ज्यादा करीब से जानने के मौका मिलेगा। यहां जहां भारत की पुरानी सभ्यता और संस्कृति के बारे में पता चलेगा तो साथ ही स्वतंत्रता से पहले भारत कैसा था और आधुनिक भारत कैसा है इसके बारे में भी लोगों को जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही, वर्षों से हो रहे कुंभ से जुड़ी तमाम तरह की फोटो और पुराने भारत से जुड़ी अन्य तस्वीरें संस्कृति ग्राम में देखने को मिलेगी।
संस्कृति ग्राम में स्वतंत्र भारत और आधुनिक भारत की शॉर्ट फिल्मों से लेकर ये भी विस्तार से बताया जाएगा कि कब और कैसे मुगल सल्तनत ने ने भारत में अपना साम्राज्य बनाया. इसके साथ ही ब्रिटिश शासन, मराठा साम्राज्य, स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी तस्वीरें भी यहां देखने को मिलेगी. कुंभ में ये पहली बार हो रहा है कि श्रद्धालुओं को डिजिटल माध्यम से भारत की संस्कृति और सभ्यता के बारे में जानने का पूरा मौका मिलेगा|