कलाकार- इमरान हाशमी, श्रेया धन्वंतरी, मनुज शर्मा, स्निघदीप चटर्जी, नवल शुक्ला
निर्देशक- सौमिक सेन
स्टार- 2.5 स्टार
शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा कमाई है और इस वजह से पिछले कुछ समय से शिक्षा के क्षेत्र को व्यवसाय का क्षेत्र बन चुका है. देश के हर एक कोने में ढेरों कोचिंग संस्थान है जहां लाखों बच्चे मेडिकल, इंजनियरिंग में जाने के लिए शिक्षा लेते हैं और उसके बदले ढेरों रुपये खर्च करते हैं. लेकिन देश में कुछ अमीरजादे ऐसे भी हैं जो पनी संतान को मेडिकल और इंजनियरिंग में सीट दिलाने के लिए पीछे का दरवाजा खटखटाते हैं, मतलब कि वो दलाल के पास जाते हैं जिनकी पहुंच हर जगह होती है और पैसों के खेल से अमीर लोगों के नकारा संतान को एडमिशन दिला सके.
ये दलाल हर जगह पैसे फेंकते हैं और साथ ही खुद भी मोटी रकम कमाते हैं. दलाल के जरिए एडमिशन लेने वाली बात किसी से छिपी नहीं है और किसी भी प्रतियोगी परिक्षा का पेपर लिक कराना हो या फिर किसी पिछले दरवाजे से दाखिला कराना हो. कई बार दलाल पुलिस के गिरफ्त में भी आते हैं लेकिन ये धंधा यू हीं चलता रहता है. इसी पर आधारित है इमरान हाशमी की फिल्म ‘Why Cheat India’.
कहानी:- राकेश उर्फ रॉकी(इमरान हाशमी) एक घोटालेबाज है, जो देश के उन अमीर बच्चों का एडमिशन एमबीए, इंजनियरिंग और मेडिकल में कराता है जहां वो अपने खुद की पढ़ाई के दमपर पास नहीं हो सकते. ऐसे में राकेश उन मेधावी छात्रों को चुनता है जो पढ़ने में काफी ज्यादा अच्छे हैं लेकिन उनके सामने पैसे की मजबूरी होती है. राकेश मेधावी छात्रों को किसी और के बदले परिक्षा में बैठाता है जिसके बदले वो उन्हें मोटी रकम देता है. राकेश के आदमी देश के कोने-कोने में फैले हुए हैं. और इसी बीच राकेश की नजर पड़ती है सत्येंद्र उर्फ सत्तू(स्निघदीप चटर्जी) पर. सत्तू काफी ज्यादा मेधावी छात्र है और उसने ऑल इंडिया इंजनियरिंग में काफी अच्छी रैंक हासिल किया है. राकेश अब अपना काम सत्तू के जरिए कराने लगता है और इस दौरान सत्तू की बहन से राकेश को प्यार हो जाता है.
सत्तू को अपनी पढ़ाई के साथ ही दूसरे के लिए परिक्षा देने की भी तैयारी करनी होती है तो ऐसे में वो काफी ज्यादा परेशान रहने लगता है. इस परेशानी से निपटने के लिए सत्तू ड्रग्स लेने लगता है और एक दिन ड्रग्स के साथ पकड़े जाने पर उसे कॉलेज से निकाल दिया जाता है और फिर वो डिप्रेशन से जूझने लगता है. ऐसे में राकेश उसे कतर में नकरी दिलवा देता है और सत्तू के चैप्टर को क्लोज कर वो अन्य सत्तूओं की खोज में लग जाता है. हालांकि राकेश को इस बीच जेल भी जाना पड़ता है लेकिन वो जल्द ही बाहर आ जाता है क्योंकि उसके सिर पर एक नेता का हाथ होता है. अब राकेश एमबीए में दाखिला कराने का गोरखधंधा शुरु करता है क्योंकि इसमें ज्यादा कमाई है. एक्टिंग सबकी अच्छी है और फिल्म के गाने भी जगह-जगह पर बढ़िया इस्तेमाल किए गए हैं.