दुनिया का सबसे बड़ा मदरसा कहा जाने वाला दारूल उलूम देवबंद अक्सर अपने विवादित फतवों के चलते विवादों का हिस्सा बना रहता है। ये संस्थान कभी महिलाओं का अपने पति के साथ विवाह समारोह में भोजन करना इस्लामिक कायदे कानून के खिलाफ बताता है तो कभी गणतंत्र दिवस पर बच्चों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह देता है। अपने अडंबरों और अंधविश्वास के लिए पहचाने जाने वाला इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने एक और विवादित फतवा जारी कर कहा कि ‘वंदे मातरम बोलना इस्लाम के खिलाफ है’
नकारात्मक विचारधारा, संकीर्ण मानसिकता के विरोधी डॉ. सैयद रिजवान अहमद ने दारुल उलूम के इस विवादित फतवे का जमकर विरोध किया है। उन्होने फतवे का विरोध करते हुए कहा कि
“सूर्योदय से सूर्यास्त तक बोलूंगा भारत माता की जय”
“12 घंटे में 11 हजार बार बोलूंगा भारत माता की जय”