22 जून को रेल्वे बोर्ड ने नियमित ट्रेनों के विषय में बताया, “यह तय किया गया है कि नियमित टाइम-टेबल वाली ट्रेनों के लिए 14 अप्रैल को या उससे पहले बुक की गई सभी ट्रेन टिकटों को रद्द कर दिया जाना चाहिए और पूरा रिफंड जनरेट किया जाना चाहिए।” यह तोहफ़ा राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर भारतीय रेलवे ने इस बात के संकेत देते हुए दिया कि 15 अगस्त तक नियमित ट्रेनों का आवागमन रद्द रहेगा।
कोरोना वायरस महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन के बीच 25 मार्च को यात्री, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें रेलवे द्वारा रद्द कर दी गई थी। 15 अप्रैल से ट्रेनों के अग्रिम आरक्षण पर भी रोक लगा दी गई थी। आरक्षण के नियमों के अनुसार, यात्री 120 दिन पहले तक सभी वर्गों और ट्रेनों के लिए टिकट बुक कर सकते हैं। इसमे अग्रिम आरक्षण की अवधि ट्रेन के प्रस्थान के दिन से शुरू हो जाती है।
IRCTC(भारतीय रेलवे खान-पान एवम् पर्यटन निगम) ने बताया कि सिस्टम में ट्रेन को रद्द करते ही ऑटोमैटिक रिफंड चालू हो जाएगा। यात्रियों को IRCTC ने अपने आप टिकट रद्द करने को मना कर रखा है हालांकि ई-टिकट और PRS काउन्टर से जनरेट की गई टिकट वाली ट्रेन अगर रद्द नहीं होती है तो यात्री खुद से टिकट रद्द करके पूर्ण रिफंड ले सकते है।
प्रवासी मजदूरों की सहायता के हेतु भारतीय रेलवे ने 12 मई से विशेष ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया था जिसमें शुरूआत में 30 राजधानियों की एयर कंडीशन्ड ट्रेनों की सहायता ली गई। 1 जून से अनलौक-1 में लॉकडाउन से थोड़ी ढील मिलने पर नॉन-एयर कंडीशन्ड स्लीपर ट्रेनों के साथ 200 अन्य विशेष ट्रेनों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया था। विशेष ट्रेनों के विषय में IRCTC ने यात्रियों को बताया कि उनमे पैंट्री कार, पका हुआ खाना, कंबल और चादर की सुविधा नहीं मिलेगी हालांकि पैक्ड खाना-पानी, चाय, कॉफी और अन्य बेवरेज उपलब्ध कराए जाएंगे और टिकट में केटरिंग चार्ज नहीं लगाया जाएगा।
14 मई को भारतीय रेलवे ने सभी नियमित ट्रेनों की बुकिंग 30 जून तक रद्द कर दी थी पूर्ण रिफन्ड के साथ। यह बुकिंग लॉकडाउन के समय में यात्रीयो द्वारा करायी गई थी जब रेलवे ने जून में यात्रा करने के लिए टिकट बुक करने की अनुमति दे दी थी।
विशेष ट्रेनों की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट (irctc.co.in), IRCTC मोबाइल ऐप, रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउन्टर तथा डाकघरों द्वारा करायी जा सकती है।
Gaurang Goel