गुरुवार को फिल्म क्रिटिक कोमल नाहटा ने ट्विटर पर फिल्म ‘मैं मुलायम सिंह यादव’ का एक नया पोस्टर शेयर किया जो पूर्व रक्षा मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव की आत्मकथा (Autobiography) है जिसका निर्देशन(Director) सुवेन्दु राज घोष कर रहे हैं और इसकी निर्माता(Producer) है मीना सेठी मोन्डल। हालांकि इस पोस्टर में एक विचित्र बात यह है कि इसके बैकग्राउंड में उत्तर प्रदेश विधानसभा की जगह कर्नाटक की विधानसभा को दिखलाया गया है।
बता दें कि इस फिल्म का मोशन पोस्टर और टीज़र अप्रैल में रिलीज़ कर दिया गया था जिसमें अभिनेता अमित सेठी, मुलायम सिंह का किरदार निभाते हुए दिखाई दिए। इस फिल्म में मिमोह चक्रवर्ती, गोविंद नामदेव, मुकेश तिवारी, ज़रीना वहाब और सुप्रिया कार्णिक जैसे अभिनेता भी अहम किरदारों में दिखाई देंगे। यूट्यूब(Youtube) पर लॉन्च हुए टीज़र में इटावा का अखाड़ा, जैन इंटर कॉलेज(करहल), जेल और उप्र विधानसभा की झलक दिखाई गई जो मुलायम सिंह की जिंदगी के कुछ अहम पलों का हिस्सा रहे हैं।
New poster of #MainMulayamSinghYadav out. He came & changed the political scenario, when capitalism and bureaucracy were main pillars of politics. Director SuvenduRajGhosh. Producer MeenaSethiMondal. @SethiAmyth #PrernaSethiMondal #MimohChakraborty #ZarinaWahab @SuvenduRajGhos1 pic.twitter.com/fCsErGbMBA
— Komal Nahta (@KomalNahta) June 25, 2020
यह फिल्म मुलायम सिंह के एक किसान के बेटे से लेकर राजनीति में, अपने शौक को बढ़ावा देते हुए, ऊँचे मुकाम हासिल करने की है। सैफई गांव में पले-बढ़े मुलायम सिंह 5 भाई-बहन थे और उनके पिता सुघर सिंह की ख्वाहिश थी कि उनका बेटा पहलवानी करे। एक प्रतियोगिता के दौरान मुलायम को अपने से दुगने साइज़ के पहलवान को हराते देख लोकल नेता नथ्थू सिंह बहुत प्रभावित हो गए और उनका जज़्बे भरा अंदाज़ देख उन्होंने मुलायम को राजनीति में आने का मौका दिया। नथ्थू सिंह ने मुलायम को उस समय के बहुत ही इनफ्लुएशंल(influential) नेता राम मनोहर लोहिया से मिलवाया और उन्हें करहल में टीचर की नौकरी भी दिलवाई।
लोहिया जी का सामाजिक न्याय पर ध्यान और समानता का प्रचार करने वाली सोच से प्रभावित होकर मुलायम उनके समर्थक बन गए जिसके बाद वह पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह से मिले जिनसे उन्होंने राजनीति की बारीकियां समझी और ऐसे तीन राजनीतिक दिग्गजों को सहायता से उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर(career) आगे बढ़ाया जिसमें वह 3 बार उप्र के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बने और उसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी को स्थापित किया।
यह कहानी एक टीचर से मुख्यमंत्री बनने की भी है जिसको आपातकाल के वक़्त 19 महीने तक जेल में डाल दिया गया था। यह फिल्म राजनीति में होने वाले भ्रष्टाचार और मुलायम सिंह के दिग्गज लोगों के बीच के संघर्ष को प्राथमिकता देगी।
Gaurang Goel