सोमवार को सीबीएसई(CBSE) ने 12वीं कक्षा 2020 के रिज़ल्ट को अपेक्षित तारिक से 2 दिन पहले ही घोषित कर दिया है। सीबीएसई की वेबसाइट cbseresults.nic.in पर छात्र अपना रोल नंबर समेत एडमिट कार्ड मे दी गई अन्य जानकारी डाल कर अपना रिज़ल्ट देख पाएंगे। छात्रों की सुविधा के लिए मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट(Migration Certificate), पास सर्टिफिकेट(Pass Certificate) और अन्य ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स digilocker.gov.in पर सीबीएसई द्वारा डिजिटल रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे जिसमें लॉग इन करने की जानकरी एसएमएस(sms) के ज़रिए सीबीएसई छात्रों तक पहुंचाएगा।
बता दें कि इस साल 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले 12 लाख छात्रों मे से 88.78% छात्र पास हुए हैं जो पिछले साल से 5.38% अधिक है। त्रिवेंद्रम और बेंगलूरू देश के ऐसे शहर है जहां सबसे ज़्यादा यानी 97% से भी अधिक छात्र पास हुए हैं जबकि पटना मे कुल 74.57% छात्र पास हुए जो देश मे सबसे कम है। इस सूची मे दिल्ली चौथे स्थान पर है जहां 94.39% छात्र पास हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इस साल लड़कों और ट्रांसजेंडर्स को पछाड़ते हुए 92.15% लड़कियाँ पास हुई है जहां 86.19% लड़के और 66.67% ट्रांसजेंडर पास हुए।
Dear Students, Parents and Teachers!@cbseindia29 has announced the results of Class XII and can be accessed at https://t.co/kCxMPkzfEf.
We congratulate you all for making this possible. I reiterate, Student’s health & quality education are our priority.
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 13, 2020
देश में 1,50,000 से अधिक(13.24%) छात्रों के 90% से ज़्यादा नंबर है वहीं 38,000 से ज़्यादा(3.24%) ऐसे छात्र है जिनका ऐवरेज स्कोर(Average score) 95% से भी अधिक है। 7.35%(87,651) छात्र इस साल कम्पार्टमेंट की सूची में शामिल है। सीबीएसई ने इस साल 12वीं के छात्रों के लिए इम्प्रूवमेंट परीक्षा(Improvement exams) रखने का फैसला भी किया है जिसके अनुसार जिन सब्जेक्ट्स मे परीक्षा न होने के कारण पिछली परीक्षाओं के आधार पर नंबर लगाए गए थे, उनकी परीक्षा स्थिति के समान्य हो जाने पर दोबारा होगी हालांकि जो छात्र यह परीक्षा देंगे उनके पहले लगाए गए नंबरों को रद्द कर दिया जाएगा और नए नंबर ही फाइनल माने जाएंगे।
बता दें कि सीबीएसई ने इस वर्ष मेरिट लिस्ट व टॉपर्स (Toppers) की लिस्ट को ना घोषित करने का फैसला लिया है। इससे पहले CISCE बोर्ड ने भी ISC और ICSE की परीक्षाओं के नतीजों में टॉपर्स की लिस्ट को ना निकालने का निर्णय लिया था। एक और अहम फैसला लेते हुए सीबीएसई ने इस वर्ष से मार्कशीट से ‘फेल(Fail)’ शब्द की जगह ‘एसेंशियल रिपीट(Essential Repeat)’ लिखने का निर्णय लिया है। डिजिरिजल्ट ऐप के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने उमंग ऐप(Umang App) भी निकाला है जिसमें छात्र अपना रिजल्ट देख सकते हैं और यह एंड्रॉयड(android), आईओएस(ios) और विंडोज़ फ़ोन मे भी उपलब्ध है। NIC के टेलीफोन नंबर 011-24300699 से भी छात्र अपना रिज़ल्ट जान सकते हैं।
बता दें कि देशभर के स्कूलों में जवाहर नवोदय विद्यालयों(JNVs) मे सबसे अधिक यानी 98.70% छात्र पास हुए है और इस सूची में केंद्रीय विद्यालय दूसरे स्थान पर है जिसके 98.62% छात्र पास हुए है। हालांकि सबसे कम पास पर्सेन्टेज(Pass Percentage) 88.22% इस साल प्राइवेट स्कूलों का रहा है। शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशांक ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए यह दोहराया कि बच्चों की सेहत और गुणवत्ता उनकी पहली प्राथमिकता है।