बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन बनाने और टूटने का ये सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है ,ताज़ा खबर के अनुसार अब चिराग पासवान की पार्टी लोजपा अब अकेले चुनाव लड़ेगी एलेजपी एनडीए के घटक दल के रूप में बनी रहेगी, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में वह इस गठबंधन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश के चेहरे के खिलाफ वोट मांगेगी।
खबर है की लोक जान शक्ति पार्टी की संसदीय बैठक दिल्ली में हुई जिसमे कोरोना और ऑपरेशन के कारण पशुपती पारस और कैसर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। और बाकी सभी सदस्य वहां मौजूद थे। नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फ़ैसला हुआ है। एलजेपी बीजेपी सरकार का प्रस्ताव पारित हुआ है। एलजेपी के सभी विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और मज़बूत करेंगे। आपको बता दें की लोक जनशक्ति पार्टी ने कहा की वह एक साल से ‘बिहार 1st, बिहारी1st’ के माध्यम से उठाए गए मुद्दों पर पीछे हटने को तैयार नहीं है।
बैठक में राम विलास पासवान की ख़राब तबियत पर भी चर्चा की गयी और उनके स्वस्थ होने की कामना भी की गयी साथ ही बैठक में यह भी कहा गया की चिराग पासवान अपने पिता के दिखाए रास्ते पर पार्टी को कुशलता से ले जा रहे हैं
राष्ट्रीय स्तर व लोकसभा चुनाव में भाजपा, लोक जनशक्ति पार्टी का मजबूत गठबंधन है। राजकीय स्तर पर व विधानसभा चुनाव में गठबंधन में मौजूद जनता दल (यूनाइटेड) से वैचारिक मतभेदों के कारण बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी ने गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है : लोक जनशक्ति पार्टी pic.twitter.com/0M4MI21qhg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 4, 2020
लोजपा की इस बैठक में नितीश कुमार के नेतृत्व को अस्वीकार करने का फैसला किया गया कहा की पार्टी हर उस सीट पाए अपने उम्मीदवार उतारेगी जहाँ जदयू अपने उम्मीदवार उतारेगी , और साथ में यह भी कहा गया की लोजपा और भाजपा में कोई भी दरार नहीं है चिराग पासवान ने कहा की जीतने का बाद वह प्रधानमंत्री मोदी के दिखाए हुए रस्ते पर देश को आगे ले जाने का काम करेंगे और आगे भाजपा-लोजपा सरकार बनाएंगे चिराग ने कहा की लोजपा का हर विधायक भाजपा के नेतृत्व में बिहार को फर्स्ट बनाने का काम करेगा।