बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारिख से पहले भी चुनाव में चर्चाओं का दौर बना हुआ है। आपको बता दें की पहले चरण में नामांकन की आखिरी तारिख से पहले जदयू अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर रही थी। पार्टी हाई कमान ने इसी दौरान कई मौजूदा विधायको की टिकट काट दिया इसी दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी हाईकमान के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
सभी कार्यकर्ता मौजूदा विधायक हरिनारायण सिंह और जीतेन्द्र सिंह की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे थे वहीँ उन कार्यकर्ताओं ने भी जैम कर हंगामा किया जिनके समर्थित नेताओं को टिकट नहीं दी गयी। आपको ममता देवी ने भी अपने समर्थकों के साथ जम कर हंगामा किया, ममता देवी हरनौत से टिकट मांग रही थी ममता देवी जदयू कार्यालय में ही धरने पर बैठ गयी। वहीँ दूसरी तरफ एक बुजुर्ग कार्यकर्ता की मंत्री अशोक चौधरी से बहस हो गयी मंत्री ने उन्हें समझाने की कोशिस भी की लेकिन बाद में बहस इतनी बढ़ गयी की मंत्री अशोक चौधरी ने उन्हें धक्का मार दिया और फिर उन्ह्र कार्यालय से बाहर निकलवा दिया।
आपको बता दें की 115 में से सबसे अधिक 70 उम्मीदवार अति पिछड़ा वर्ग से हैं अति पिछड़ा वर्ग को 40 अनुसूचित को 17 सीटें पिछड़ा वर्ग को 30 मुस्लिम उम्मीदवारों को 9 और 16 सवर्ण और महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है। आपको बता दें की कुल सीटों का बीस फीसदी महिलाओ को दे दिया गया है 115 प्रत्याशियों की सूची में 22 महिलाएं शामिल हैं और इस सूची में 13 ऐसे महिला उम्मीदवार हैं जिनको पार्टी पहली बार टिकट दे रही है।
किसकी कटी टिकट ?
इस बार पार्टी ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिनमे काफी बदलाव देखने को मिल रहा है और साथ ही कार्यकर्ताओं की नाराज़गी भी पार्टी ने मंत्री कपिल देव कामत फूल परास से गुलज़ार देवी राजगीर से रवि ज्योति बेनीपुर से सुनील चौधरी जीरादेई से मनोज सिंह कुशवाहा एकमा से मनोरंजन सिंह वैशाली से राजकिशोर सिंह सुल्तानगंज से सुबोध राय अमरपुर से जनार्दन मांझी और डुमराव से ददन पहलवान की टिकट पार्टी ने काट दी है