यूपी में Bharat Bandh का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. प्रयागराज में Samajwadi Party के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकने की कोशिश की, तो वहीं बाराबंकी में किसानों ने बाजार बंद कराने की कोशिश करते, लेकिन उसके पहले ही इन लोगों को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया.

यूपी में कुछ जिलों में किसान आंदोलन के समर्थन में भारत बंद हेतु विपक्षी पार्टियां, सरकार को घेरने के लिए सड़कों पर उतर रही हैं. यूपी के प्रयागराज में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोक दिया. बताया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोककर जमकर नारेबाजी की और ट्रेन की पटरी पर लेट गए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की बात करें तो वहां पर भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद को लेकर जिलाअधिकारी कार्यालय के गेट पर ताला लगा दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए भारत बंद का आवाहन किया और कलेक्ट्रेट ऑफिस में जमकर नारेबाजी की.

बाराबंकी में किसान यूनियन के सभी संगठनों ने भारत बंद के समर्थन में हुंकार भरी. सपा-बसपा और वकीलों के संगठनों ने भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया है. जिले में अराजकता और माहौल खराब ना हो, इसके लिए जिला-प्रशासन ने सपा बसपा-कांग्रेस और कई किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजर बंद कर दिया है.

पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप के घर के बाहर पुलिस मुस्तैद है. कांग्रेस वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया के घर के बाहर भी भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है और इन सभी नेताओं को नज़रबंद कर दिया गया है.

भारत बंद को लेकर बागपत में पुलिस अलर्ट मोड पर है. जनपद की सीमाओं को सील कर दिया है और चेकिंग अभियान करते हुए चौराहों और हाईवे पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. बागपत में कई संगठनों ने भारत बंद को समर्थन दिया है, लेकिन बागपत पुलिस अलर्ट मोड पर है.

वहीं, संभल, मुज़फ्फरनगर में आज भी नवीन गल्ला मंडी खुली हुई है. फलों और सब्जियों की बिक्री जारी है. संभल के थाना चंदौसी क्षेत्र में मार्केट खुले हुए हैं. चंदौसी के एक व्यापारी ने कहा कि सरकार जो किसान कानून ला रही है, वह बिल्कुल सही है,लेकिन किसानों को राजनैतिक पार्टियां बरगला रही हैं और राजनीति कर रही हैं.