साथ जीना है। साथ रहना है। साथ मरना नहीं है। अल्ट बालाजी और जी-5 पर 29 दिसंबर को लॉन्च हो रही नई वेब सीरिज पौरुषपुर में इसी फलसफे पर मर्दों की मनमानी के साथ काम वासना और पीरियड ड्रामा का कॉकटेल पेश किया गया है। वेबसीरीज का ट्रेलर रिलीज होकर हलचल मचा रहा है, जिसमें इसका एक्शन थ्रिलर अंदाज भव्य नजर आता है।
ट्रेलर की शुरुआत पौरुषपुर के शाही महल से होती हैं, जहां काम वासना में लिप्त राजा भद्रप्रताप सिंह (अनु कपूर) स्त्रियों को सिर्फ शारीरिक भोग की वस्तु समझता है। ऐसा करने में नाकाम रहने वाली रानियां महल की दीवारों पर तस्वीरों में टांग दी जाती हैं। ऐसे में राजा की वासना को संतुष्ट करने और खुद को बचाने के लिए रानी मीरावती (शिल्पा शिंदे) महल में नई रानियों को लाती रहती हैं। मगर रहस्य तब गहराने लगता है, जब अजीब तरह से ये नई रानियां गायब होने लगती है। इस बार मीरावती रानी के रूप में दासी काला (पोलोमी दास) को लाती हैं, जिसका युवराज के साथ प्रेम संबंध है। राजा का यौन शिकार बनने के बाद दासी काला अचानक महल से गायब हो जाती है। सदियों से महिलाओं को दबाए और सताए जाने से आहत मीरावती इसके खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंकते हुए किन्नर बोरिस (मिलिंद सोमन) से मिलती है और उसे बदला लेने के लिए अभ्यास खत्म कर युद्ध के लिए कहती है।
ट्रेलर में बोरिस का राजा से महिलाओं के साथ भेदभाव पर उठाए गए सवाल से सीरिज की कहानी दूसरा आयाम भी पता चलता है। आल्ट बालाजी की यह कहानी उसकी पिछली सीरीजों के सेक्स फॉर्मूले पर बेस्ड है, जो ट्रेलर के लिहाज से प्रकाश झा की आश्रम से मैच करती लगती है, जहां बंद दीवारों के रहस्यों पर से पर्दे उठाए गए हैं। क्रूरता और वासना में लिप्त शासक के तौर पर अनु कपूर प्रभावी नजर आ रहे हैं तो बिग बॉस की विजेता और डेलीसोप भाबीजी घर पर हैं की पूर्व अभिनेत्री शिल्पा शिंदे अपने नए अंदाज में खूब जंची हैं। इस पीरियड ड्रामा वेब सीरिज का कैनवास वृहद और भव्य है। इसमें शहीर शेख, साहिल सलाथिया, अनंतविजय जोशी, फ्लोरा सैनी और आदित्य लाल भी नजर आएंगे। सीरीज का निर्देशन सचिंद्र वत्स ने निर्देशित किया है।