बुधवार को ट्रंप समर्थकों का अमेरिकी संसद (Capitol Building) पर किया गया हमला अब एक अहम मोड़ लेता दिखाई पड़ रहा है. मामलें की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद से हटाए जानें की आवाजें बुलंद होती चली जा रही हैं. जिसको लेकर अमेरिका के निम्न सदन प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने भी ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग की हैं. अपने बयान में नैंसी 25वें संशोधन की मदद से ट्रंप को तुरंत ही पद से हटाने की बात कही हैं. साथ ही ये भी कहा  कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो कांग्रेस महाभियोग के साथ आगे बढ़ सकती है. उनका मानना है कि उपराष्ट्रपति से जवाब मिलने में उन्हें लंबा समय नहीं लगेगा.

दरअसल, नैंसी पेलोसी डेमोक्रेटिक पार्टी की एक नेत्री और निम्न सदन के स्पीकर पद पर चुनी गई एकमात्र महिला हैं. वह ट्रंप की घोर आलोचक रहीं हैं. कैपिटल बिल्डिंग पर हमले के दौरान ट्रंप समर्थकों द्वारा उनके कार्यालय में भी तोड़-फोड़ की गई थी. मामलें से जुड़ी एक वायरल तस्वीर में ट्रंप समर्थक उनके कार्यालय की मेज पर पैर रख बैठा दिखा.

वहीं नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हमला करने वाले लोगों को ‘घरेलू आंतकवादी’ नाम दिया हैं. गुरूवार को अपने दिए इस बयान में बाइडन ने कहा ‘ट्रंप के समर्थकों का अमेरिकी संसद की सुरक्षा का उल्लंघन करना असहमति या प्रदर्शन नहीं था, बल्कि वह अराजकता थी. कल हमने जो देखा, वह बिल्कुल उचित नहीं था. यह कोई डिसऑर्डर नहीं था. यह कोई विरोध नहीं था. वह अराजकता थी. वो प्रदर्शनकारी नहीं थे. उन्हें प्रदर्शनकारी मत कहिए. वे दंगाई, विद्रोही और घरेलू आतंकी थे.’

बाइडन के इस बयान का जवाब देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया बयान में कहा है “सभी अमेरिकियों की तरह, मैं भी हिंसा, अराजकता और हाथापाई से नाराज हूं. मैंने कैपिटल बिल्डिंग को सुरक्षित करने और घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए तुरंत नेशनल गार्ड और फैडरल के अधिकारियों को तैनात किया. अमेरिका हमेशा कानून और व्यवस्था का राष्ट्र होना चाहिए.” “अब कांग्रेस (संसद) ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को प्रमाणित कर दिया है. 20 जनवरी को एक नए प्रशासन का उद्घाटन किया जाएगा। मेरा ध्यान अब सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और निर्बाध परिवर्तन को सुनिश्चित करने के ऊपर है.”

आपको बता दें कि निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के महज 13 दिन बचें हैं, लेकिन इस पूरे वाकयें के बाद प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए चर्चा की. जिसमें 25वें संशोधन की धारा 4 को लागू करने पर चर्चा की गई.  इस धारा के तहत कैबिनेट के पास राष्ट्रपति को हटाने का अधिकार है.