एक लम्बें इंतजार और काफी मशक्कत के बाद कोरोना की अलग-अलग वैक्सीनस इजाद की जा चुकी हैं. जिसके चलते भारत में भी कोरोना की दो वैक्सीन (कोवैक्सीन, कोविशील्ड) को मंजूरी मिल गई हैं. लेकिन वैक्सीन के आते ही इसको लेकर राजनीति में तमाम तरह के वार-प्रतिवार का सिलसिला देखने को मिल रहा हैं. हाल ही में वैक्सीन पर RJD सुप्रीमों लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव का एक बयान सामने आया हैं. दरअसल, एक न्यूज एजेंसी ने जब उनसे वैक्सीन को लेकर सवाल किया कि क्या वो वैक्सीन का पहले टीका लगवाएंगे, तो इसके जवाब में तेजप्रताप कहते दिखे “……मोदी जी पहले टीका लगवा लें, उसके बाद हम लगवा लेंगे”.
आपको बता दें कि वैक्सीन पर तंज कसने वाले तेजप्रताप पहले विपक्षी नेता नहीं हैं. इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर कोरोना वैक्सीन पर टिप्पणी की थी. जिसमें उन्होनें कहा था “मैं अभी कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा. मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं. जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को मुफ्त वैक्सीन मिलेगी. हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं.” साथ ही उन्होनें दावा किया कि उनकी सरकार आने पर वो सभी को नि:शुल्क टीका भी उपलब्ध कराएंगे. हालांकि बीजेपी ने उनके इस बयान को देश के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का अपमान बताया.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर का भी कहना था “कोवैक्सीन ने अभी तीसरे फेज का ट्रायल भी पूरा नहीं किया है. वक्त से पहले मंजूरी जोखिम भरा हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय को स्थिति साफ करनी चाहिए. ट्रायल से पहले वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगे.”
आपकों बता दें 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में ड्राई रन हुआ था. अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि प्रत्येक जिला 2 जनवरी को हुए ड्राई रन की तरह ही तीन तरह के सत्र स्थलों की पहचान करेगा. इनमें एक सार्वजनिक जनस्वास्थ्य प्रतिष्ठान (मेडिकल कॉलेज/जिला अस्पताल), निजी स्वास्थ्य प्रतिष्ठान और ग्रामीण या नगरीय पहुंच स्थल शामिल होंगे