अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल की बेटी वनिता को सहायक अटॉर्नी जनरल बनाने का फैसला किया हैं. ये फैसला न केवल भारत के लिए खास है बल्कि अमेरिका के लिए बेहद खास है. क्योंकि वनिता गुप्ता अमेरिकी राष्ट्रपति की पहली अश्वेत सहायक अटार्नी जनरल बनने जा रही हैं. वर्तमान में वनिता अमेरिका की सम्मानित मानवअधिकारों में से एक हैं. अमेरिकी काग्रेंस की ऊपरी प्रतिनिधि सभा यानी की सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद वह सहायक अटॉर्नी जनरल के पद पर आसीन होंगी.
वनिता उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से ताल्लूक रखती हैं. हालांकि उनकी पढ़ाई लिखाई अमेरिका में हुई हैं. कोठीवाल परिवार जन्मी वनिता के पिता राजीव लोचन अलीगढ़ के महावीर गंज के निवासी रहें हैं. अमेरिका की एक बड़ी कंपनी में सीईओ होने के साथ वह महावीर गंज स्थित दाऊजी मंदिर के ट्रस्टी भी हैं. करीब 40-45 साल पहले वह अपनी पत्नी कमला के साथ अमेरिका शिफ्ट हो गए थे. जहां पर वनिता और उनकी बहन अमिता का जन्म हुआ. हालांकि मंदिर के ट्रस्टी होने के नाते पिता राजीव लोचन का अलीगढ़ आना जाना लगा रहता हैं. वनिता के दादा फूल प्रकाश गुप्ता भी उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता (Chief Engineer) के पद से रिटायर हुए थें.
वनिता पूर्व राष्ट्रपति बैराक ओबामा के कार्यकाल में भी बड़े संवैधानिक पद पर रह चुकी हैं, जिसमें वह एक ‘प्रिंसिपल डेप्युटी असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल’ थी. वह यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के सिविल राइट्स डिवीजन की हेड भी रही हैं. इस फैसले से वनिता के परिवार में खुशी का माहौल हैं. आपको बता दें, इस मौके पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने वनिता की जमकर तारीफ भी की.