भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं. वैक्सीनेशन के पहले दिन 1.91 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. जिनमें से अगर आकंड़े की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश वैक्सीनेशन में सबसे अव्वल रहा. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 21,291 यानी की सबसे ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया. इसके बाद आंध्र प्रदेश में 18,412, महाराष्ट्र में 18,328, बिहार में 18,169, ओडिशा में 13,746, कर्नाटक में 13,594, गुजरात में 10,787, राजस्थान में 9,279, पश्चिम बंगाल में 9,730, मध्य प्रदेश में 9,219 और केरल में 8,062 लोगों को टीका लगा. इसके अलावा, छत्तीसगढ़ में 5,592, हरियाणा में 5,589, दिल्ली में 4,319, तेलंगाना में 3,653, असम में 3,528, झारखंड में 3,096, उत्तराखंड में 2,276, जम्मू-कश्मीर में 2,044, हिमाचल प्रदेश में 1,517 और पंजाब में 1,319 लोगों को टीका लगा.

इसके साथ स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी बताया कि देश में संक्रमण के एक करोड़ से अधिक मामले सामने आए और 1.5 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई. लेकिन इसके बाद अब भारत ने कोविड-19  के खिलाफ अपने कदम बढ़ाते हुए देशभर में चिकित्सकीय केंद्रों पर कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके लगाने शुरू कर दिए हैं. भारत में कुल 2,08,826 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जिसमें केरल में 68,633, महाराष्ट्र में 53,163, उत्तर प्रदेश में 9,162, कर्नाटक में 8,713, पश्चिम बंगाल में 7,151 और तमिलनाडु में 6,128 केस हैं. फिलहाल इन संक्रमितों का उपचार चल रहा है.

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीनेशन की शुरूआत की और लोगों से वैक्सीन से जुड़ी दुष्प्रभाव की अफवाहों से बचने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक और विशेषज्ञों के बने ‘Made in India’ टीकों के सुरक्षा के प्रति आश्वस्त के बाद ही इसके उपयोग को मंजूरी मिली है.