Republic Day से ठीक एक दिन पहले BSP सुप्रीमो Mayawati ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग दोहराई है। दरअसल सोमवार को उन्होंने इससे संबंधित एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने 26 जनवरी पर किसी नई परंपरा ना शुरू हो जाने का हवाला दिया। अपने इस ट्वीट में मायावती ने लिखा “बी.एस.पी. का केन्द्र सरकार से पुनः अनुरोध है कि इनको आन्दोलित किसानों की माँगों में से खासकर तीन कृषि कानूनों को जरूर वापस ले लेना चाहिए, ताकि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो तथा न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके।“
बी.एस.पी. का केन्द्र सरकार से पुनः अनुरोध है कि इनको आन्दोलित किसानों की माँगों में से खासकर तीन कृषि कानूनों को जरूर वापस ले लेना चाहिए, ताकि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो तथा न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके।
— Mayawati (@Mayawati) January 25, 2021
बता दें, इससे पहले भी 9 जनवरी को मायावती ने कृषि कानून से संबंधित एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने किसानों व केंद्र सरकार के बीच हुई बातचीत की नाकामियाबी का हवाला देते हुए केंद्र से किसानों की बात मान लेने की अपील की थी।
काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है। केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
— Mayawati (@Mayawati) January 9, 2021
हालांकि पुलिस ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को कुछ शर्तों पर गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड निकालने को मंजूरी दे दी है। लेकिन वह सिर्फ सिंघु, टीकरी व गाजीपुर बार्डर पर ही परेड निकाल सकेंगे। यह परेड राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद निकाली जाएगी।